छत्तीसगढ़ में एनसीसी कैडेट ने मनाया ऊर्जा संरक्षण दिवस

 छत्तीसगढ़ में एनसीसी  कैडेट ने मनाया ऊर्जा संरक्षण दिवस

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

 

भिलाई नगर। 37 छग बटालियन एनसीसी दुर्ग के कमानअधिकारी के निर्देशानुसार आज 14 दिसंबर 2024, शनिवार को कल्याण स्नातकोत्तर महाविद्यालय भिलाई नगर के एनसीसी एसडी इकाई के द्वारा विश्व ऊर्जा संरक्षण दिवस मनाया गया । महाविद्यालय के एनसीसी अधिकारी ले० डॉ० हरीश कुमार कश्यप ने बताया कि इस अवसर पर ऊर्जा संरक्षण से सम्बंधित स्लोगन लिखो प्रतियोगिता , ऊर्जा संरक्षण व बचत का संदेश देने हेतु ड्राइंग काम्पिटिशन के साथ ही ऊर्जा संरक्षण पर परिचर्चा का आयोजन भी किया गया। जिसमें 10 एनसीसी कैडेटों ने ड्रॉइंग काम्पिटिशन, 26 कैडेटों ने स्लोगन लिखो प्रतियोगिता व 14 कैडेटों ने परिचर्चा में भाग लिया।

ले० डॉ० हरीश कुमार कश्यप ने कैडेटों को बताया कि विश्वभर में 14 दिसंबर को विश्व ऊर्जा संरक्षण दिवस मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य ऊर्जा के महत्व को समझाना और इसके संरक्षण की ओर ध्यान आकर्षित करना है। आज के दौर में बढ़ती ऊर्जा की खपत और घटते संसाधनों के कारण ऊर्जा संरक्षण न केवल जरूरी है बल्कि हमारी जिम्मेदारी भी बन गया है। आप भी घर पर छोटी-छोटी आदतों में बदलाव करके ऊर्जा की बचत कर सकते हैं। इस अवसर पर एनसीसी कैडेटों ने घर पर ऊर्जा संरक्षण के कुछ आसान और प्रभावी तरीके भी बताये। जिसमें कैडेट अजय कुमार ने साधारण बल्बों की जगह LED बल्ब या CFL का उपयोग करने कहा क्यों कि ये बल्ब 80% तक कम ऊर्जा की खपत करते हैं और लंबे समय तक चलते हैं। कैडेट भीष्म ने इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को जैसे

टीवी, कंप्यूटर या चार्जर जैसे उपकरणों को स्टैंडबाय मोड पर छोड़ने से भी बिजली की खपत होती है। अतः जब इनका उपयोग न हो, तो उपकरणों को पूरी तरह से बंद करें और प्लग निकाल दें, जिससे बिजली बिल में कमी और ऊर्जा की बचत।

कैडेट मुकुल ने सौर ऊर्जा का उपयोग करने पर जोर दिया क्योंकि सौर ऊर्जा पर्यावरण के लिए सुरक्षित और निःशुल्क रहती है। अतः घर व व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में सोलर पैनल लगवाएं और पानी गर्म करने के लिए सोलर वॉटर हीटर का उपयोग करें। जिससे बिजली पर निर्भरता कम होगी और पर्यावरण को भी फायदा होगा।

कैडेट जयप्रकाश ने दिन के समय कृत्रिम रोशनी का उपयोग न करके प्राकृतिक रोशनी के उपयोग पर जोर दिया अतः घर के दरवाजे और खिड़कियाँ इस तरह डिजाइन करें कि सूर्य की रोशनी अंदर तक पहुंचे।

कैडेट हेमावती पटेल ने ऊर्जा की खपत को कम करने के लिए 5 स्टार रेटिंग वाले उपकरण का चयन करने पर जोर दिया।जैसे रेफ्रिजरेटर, एसी, गीजर या वॉशिंग मशीन खरीदते समय BEE (Bureau of Energy Efficiency) रेटिंग को देखकर ही खरीदें,ये उपकरण कम बिजली खपत करते हैं और लंबे समय तक चलते हैं।

कैडेट सोमदत्त ने पानी और ऊर्जा की बर्बादी रोककर ऊर्जा संरक्षण की बात कही

अक्सर हम बिना जरूरत नल खोलकर रखते हैं या गीजर को ज्यादा देर तक चालू रखते हैं।

पानी गर्म करने के लिए स्मार्ट गीजर का उपयोग करें। नल और शावर में पानी के प्रवाह को नियंत्रित करने वाले उपकरण लगवाएं।

कैडेट पुष्पेंद्र ने बताया कि

पंखे और ए सी का इस्तेमाल सावधानीपूर्वक करना ऊर्जा संरक्षण में मदद करता है।जब कमरे में कोई न हो, तो ए सी और पंखे बंद कर दें। ए सी का तापमान 24-26 डिग्री पर सेट रखें।कैडेट मुस्कान ने रसोई में ऊर्जा संरक्षण करने हेतु खाना ढककर पकाने ताकि समय और ऊर्जा दोनों की बचत हो। माइक्रोवेव और इंडक्शन जैसे आधुनिक उपकरणों का उपयोग करके गैस और बिजली दोनों की खपत कम करने कहा।

समस्त कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय के एनसीसी अधिकारी ले० डॉ० हरीश कुमार कश्यप ने किया जिसमें मुख्य रूप से कैडेट हंसराज, केतन गनेशे, अर्दिमी शरद बाबू, उत्तम, गुलशन, लोकेश, लक्ष्मीकांत, रोमन, अर्पित यादव, उदित राज, सचिन कुमार साहू, उमेश व विक्रम सहित 39 कैडेटों ने सक्रिय योगदान दिया।