पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दिल्ली जाते समय ईवीएम को लेकर की नई डिमांड
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार,,,,
छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम दिल्ली दौरे के लिए रवाना हुए। पूर्व सीएम ने कहा कि ईवीएम को लेकर सवाल किया। उन्होंने कहा कि आकड़े और मशीन को लेकर अंतर क्यों हैं। निर्वाचन आयोग को इस मामले में कार्रवाई कर रही। वहीं, उन्होंने कहा कि 29 तारीख को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक
रायपुर: छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल बुधवार को दिल्ली दौरे पर रवाना हुए। एयरपोर्ट पर मीडिया से चर्चा की। इस दौरान उनसे सवाल किया गया कि दिल्ली जा रहे हैं? इस सवाल के जवाब में भूपेश बघेल ने कहा कि दिल्ली दौरे का कोई खास मकसद नहीं है। नेताओं से मुलाकात करना है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी लोकसभा का चुनाव जीत गई हैं। उन्हें जीत की बधाई देना है। इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर चर्चा की। भूपेश बघेल ने कहा- ईवीएम को लेकर हमारी मांग है कि उससे जो पर्ची निकलती है वह मतदाता के हाथ में आनी चाहिए और वह बॉक्स में डालें।
कांग्रेस EVM से चुनाव का विरोध करेगी
भूपेश बघेल ने कहा कि 29 तारीख को सीडब्ल्यूसी की मीटिंग है। उसमें कुछ ठोस निर्णय होंगे ऐसा मैं मानता हूं क्योंकि खरगे जी ने संविधान दिवस के दिन जो भाषण दिया है उससे यह स्पष्ट है कि हम उस दिशा में बढ़ रहे हैं। छत्तीसगढ़, हरियाणा, महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव के परिणाम किसी के भी गले उतरने वाले नहीं हैं। छत्तीसगढ़ के कुरूद में जो प्रत्याशी हैं उसके घर में 6 वोट हैं उसे अपना वोट नहीं मिला। यह कैसे संभव हो सकता है।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले और भाजपा के सभी राजनीतिक दलों को साथ आने के सवाल पर भूपेश बघेल ने कहा- जो काम बीजेपी कर रही है वह काम भारत सरकार को करना चाहिए। क्या भारत सरकार सोई हुई । यह जिम्मेदारी भारत सरकार की है दुनिया में जो भी भारतीय हैं उनकी रक्षा करें। लेकिन मौजूदा भारत सरकार यह नहीं कर पा रही है। बीजेपी इस मामले में घड़ियाली आंसू बहाने की कोशिश नही करे और न ही इस मुद्दे पर राजनीति करे।
विधानसभा चुनाव के रिजल्ट किसी के गले नहीं उतर रहे’, भूपेश बघेल का ईवीएम पर सवाल
केंद्रीय मंत्री के बयान पर साधा निशाना
बांग्लादेश मामले में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के बयान पर कहा कि भारत सरकार अपने निकम्मापन को छुपा रही है। उसकी जिम्मेदारी है वह अपने विदेश मंत्री से अपने प्रधानमंत्री से बात करें और उन्हें सुरक्षा प्रदान करें क्यों नहीं कर रहे हैं। जब बांग्लादेश में घटना घटी तो राहुल गांधी और पूरा विपक्ष भारत सरकार के साथ खड़ा था। गिरिराज सिंह खुद मंत्री हैं, मंत्री होने की हैसियत से वह अपने नेता से बात करें दूसरे से सवाल नहीं पूछें। उन्होंने कहा कि गिरिराज सिंह को इस्तीफा दे देना चाहिए।