दक्षिण रायपुर विधानसभा उपचुनाव की अधिसूचना आज होगी जारी, 25 अक्टूबर तक नामांकन होंगे दाखिल

 दक्षिण रायपुर विधानसभा उपचुनाव की अधिसूचना आज होगी जारी, 25 अक्टूबर तक नामांकन होंगे दाखिल

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

 

 

 

नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 25 अक्टूबर है।

उम्मीदवार 30 अक्टूबर तक अपना नाम वापस ले सकेंगे।

मतदान 13 नवंबर को और मतगणना 23 नवंबर को होगी।

 

रायपुर। रायपुर-दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में उप-निर्वाचन की तैयारी जोर-शोर से शुरू हो चुकी है। 18 अक्टूबर को अधिसूचना का प्रकाशन किया जाएगा, जिसके साथ ही नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया औपचारिक रूप से आरंभ हो जाएगी।

 

इस उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 25 अक्टूबर निर्धारित की गई है। नामांकन पत्रों की संवीक्षा 28 अक्टूबर को की जाएगी, और उम्मीदवार 30 अक्टूबर तक अपना नाम वापस ले सकते हैं। चुनाव प्रक्रिया के तहत 13 नवंबर को मतदान होगा, जबकि 23 नवंबर को मतगणना की जाएगी।

 

मतदाताओं की संख्या और विशेषताएं

रायपुर-दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 2,70,936 है। इनमें 1,33,713 पुरुष मतदाता और 1,37,171 महिला मतदाता शामिल हैं, जबकि थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या 52 है। इस उपचुनाव में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से अधिक है, जो इस क्षेत्र की राजनीति में अहम भूमिका निभा सकती है।

 

नामांकन प्रक्रिया और नियम

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबासाहेब कंगाले ने नामांकन दाखिल करने के संबंध में कई नियम और दिशानिर्देश जारी किए हैं। नामांकन दाखिल करने के लिए उम्मीदवार केवल तीन वाहन ही नामांकन केंद्र के 100 मीटर की परिधि में ले जा सकते हैं। नामांकन पत्र भरने के दौरान, उम्मीदवार के साथ कुल पांच लोग ही नामांकन कक्ष में प्रवेश कर सकेंगे।

 

 

उम्मीदवारों के लिए जमानत राशि भी निर्धारित की गई है। अनारक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए यह राशि 10,000 रुपये होगी, जबकि अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के उम्मीदवारों के लिए यह राशि 5,000 रुपये होगी।

 

महत्वपूर्ण तिथियां

अधिसूचना का प्रकाशन: 18 अक्टूबर

 

नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि: 25 अक्टूबर

 

 

संवीक्षा: 28 अक्टूबर

 

नाम वापसी की अंतिम तिथि: 30 अक्टूबर

 

मतदान: 13 नवंबर

 

मतगणना: 23 नवंबर

 

यह उपचुनाव मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सरकार के कार्यकाल का पहला चुनाव है, जिससे दोनों प्रमुख दलों भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस के लिए यह मुकाबला अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा अपने अभेद्य किले को बरकरार रख पाती है या कांग्रेस इस बार नया इतिहास रचती है।