शिव शक्तियों को अपने अंदर करें समाहित ः आह्वान

 शिव शक्तियों को अपने अंदर करें समाहित ः आह्वान

निखिल कुमार पाठक संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

चैतन्य देवियों की झांकी में शिवानी दीदी ने बताया हर शक्ति मां बनकर हमारी पालना करती…नवरात्रि रूपी कन्या का आह्वान

भिलाई। सेक्टर 7 स्थित राजयोग भवन में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा आयोजित चैतन्य देवियों की झांकी में अंतर्राष्ट्रीय मोटिवेशनल स्पीकर ब्रह्माकुमारी शिवानी दीदी का नवरात्रि पर्व के आध्यात्मिक रहस्य को स्पष्ट करते हुए प्रेरणादाई वीडियो दिखाया जा रहा है जिसमें नवरात्रि पर्व केवल उत्सव नहीं बल्कि शिव की शक्तियों को जीवन में धारण करे वो शक्तियां हमारी मां बनकर पालन करती है।

*ये चैतन्य देवियां हो रही हैं प्रकट*

*सर्व आसुरी वृत्तियो का नाश करने मां दुर्गा, निर्बल मन में बल भरने वाली सर्व शक्तियों की अधिष्टि करुणा दया ममता की मूर्त देवी वैष्णवी,पवित्र बुद्धि में ज्ञान का विकास शुद्ध सात्विक परख शक्ति कंकड़ छोड़ मोती चुगने वाले हंसवाहिनी ज्ञान की देवी मां सरस्वती, कठोर संस्कार को विकराल स्वरूप द्वारा समाप्त करने वाली खड्गिरी शस्त्र नरमुंड माला धारण किए मां काली, बुराइयों रूपी कीचड़ से न्यारा कमलआसान धारी श्री महालक्ष्मी मां,संतोष धन हर परिस्तिथि में मन में संतोष जीवन का सबसे बड़ा धन है संदेश दे रही मां संतोषी,माता उमादेवी जीवन में स्वयं को हर परिस्थिति में उमंग उत्साह से भरपूर रखने का संदेश देकर दर्शन दे रही है।*

*अष्ट शक्तियां सभी में विद्यमान जो मां बनकर हमारी पालना करती है*
अष्टभुजा धारी दुर्गा मां की अष्ट शक्तियां (समाने की शक्ति, सहन करने की शक्ति, सामना करने की शक्ति, समेटने की शक्ति,परखने की शक्ति, निर्णय लेने की शक्ति, सहयोग करने की शक्ति,विस्तार को संकीर्ण करने की शक्ति। वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन,केशव बंछोर सभापति,शशि सिंह महापौर रिसाली,अर्चना झा,शिव राजन,अंजनि कुमार ई डी वर्क्स भिलाई इस्पात संयंत्र,राजेश पांडेय,अभिषेक मिश्रा पार्षद सहित बड़ी संख्या में भिलाई के नागरिकों ने चैतन्य देवी झांकी का दर्शनलाभ प्राप्त किया।

ज्ञातव्य है कि  राजयोग मेडिटेशन के सतत अभ्यास द्वारा तन और मन की स्थिरता, एकाग्रता के कारण अचल और अडोल मूर्तियों के समान प्रतीत होती हैं कन्याएं। यह झांकी 11 अक्टूबर तक सर्व के निशुल्क  दर्शनार्थ प्रतिदिन शाम को 06:30 बजे से रात्रि 10 बजे तक रहेगी।

झांकी के अंत में सभी को राजयोग मेडिटेशन का अभ्यास भी कराया जा रहा।इस अवसर पर जीवन में सच्ची सुख और शान्ति का अनुभव करने के लिए “गॉड्स पावर मेरे पास”(परमात्म शक्तियां मेरे जीवन में) दस दिवसीय राजयोग अनुभूति शिविर का निशुल्क आयोजन  रविवार 13 अक्टूबर से रहेगा। जिसका समय प्रातः 7 बजे प्रातः 8 बजे एवम संध्या 5:30 से संध्या 6:30 या संध्या 7:30 से रात्रि 8:30 तक रहेगा।