धमतरी में आदमखोर तेंदुए का आतंक, 3 साल के मासूम को दी भयावह मौत, इलाके में फैली दहशत

 धमतरी में आदमखोर तेंदुए का आतंक, 3 साल के मासूम को दी भयावह मौत, इलाके में फैली दहशत

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

 

छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में एक आदमखोर तेंदुए का आतंक देखने को मिला है। जिससे इलाके के लोग दहशत में आ गए हैं। तेंदुए ने बस्ती इलाके में घुसकर 3 साल के मासूम को अपना शिकार बनाया है। घटना के 40 घंटों बाद जंगल में मिले कतरों से घरवालों ने मासूम की पहचान की है।

धमतरीः छत्तीसगढ़ के धमतरी जिक वनांचल में तेंदुए का आतंक बढ़ते जा रहा है। घर के अंदर खेल रहे 3 साल के मासूम को तेंदुआ अपने साथ उठाकर ले गया। बच्चे के परिजनों ने वन विभाग और पुलिस की टीम के साथ गायब हुए बच्चे को ढूंढ़ने में पूरे 40 घंटे लगा दिए। तब कहीं जाकर बच्चे के शव का कुछ हिस्सा गांव के बाहर झाड़ियों के बीच मिला। बाकी बची बॉडी को पुलिस और वन विभाग की टीम खोज रही है। हालांकि बच्चे के पैर की पायल को देखकर परिजनों ने इसकी पहचान कर ली है।

दरअसल, दर्दनाक घटना 4 जुलाई की है। जहां सिहावा थाना क्षेत्र के कोरमुड़ गांव का रहने वाले योगेश के 3 साल का मासूम बच्चा घर के बाड़ी में खेल रहा था। उसी समय आदमखोर तेंदुआ उसके बच्चे को उठाकर अपने साथ ले गया। जब बच्चा आसपास नहीं दिखा तो परिजन उसे ढूंढ़ने लगे। पर उनको बच्चा कहीं पर नहीं मिला।

बाड़ी में दिखे तेंदुए के पंजे के निशान

बच्चे को तलाश रहे परिजनों को घर की बाड़ी में तेंदुए के पंजे के निशान दिखाई दिए। जिसके बाद परिजनों के आशंका जता रहे थे कि बच्चे को आदमखोर तेंदुआ उठाकर ले गया है। परिजनों ने तुरंत इसकी सूचना वन विभाग और पुलिस को दी। जिसके बाद परिजनों के साथ वन विभाग बच्चे को निशानदेही के अनुसार जंगल में ढूंढ़ने के लिए निकल पड़े।

घंटों की तलाश के बाद सिर्फ पायल मिली

काफी खोजबीन करने के बाद बच्चे का कहीं पर कोई सुराग नहीं मिला। करीब 40 घंटे की तलाश के बाद बच्चे के पायल मिलने की सूचना आई। जानकारी मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे। उन्होंने पायल को पहचान लिया। इसके साथ ही आसपास तलाश की तो कुछ दूरी पर झाड़ियों के बीच बच्चे के शरीर के कुछ अंश मिले।

वन विभाग कर रही तलाश
इधर वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि गांव के बाहर पहाड़ी किनारे झड़ियों के पास बच्चे का शव मिला है। बच्चे का शव का हिस्सा कटा हुआ है। उनके माता पिता ने बच्चे की पहचान कर ली है। सिहावा पुलिस ने पंचनामा कर अवशेष को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही शरीर के अन्य अंगों की तलाश की जा रही है।

यह इलाका पहाड़ियों से घिरा हुआ है। साथ ही इसे तेंदुआ का पसंदीदा इलाका माना जाता है। इलाके में कई गांवों में तेंदुआ के दिखाई देने और शिकार करने की घटनाएं अक्सर सामने आती है। जिससे लोगो मे भय बना रहता है। इस घटना के बाद से इलाके में दहशत और भी बढ़ गई है। वहीं स्थानीय लोग वन विभाग से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम की मांग कर रहे हैं।