जमीन विवाद में परिवार ने की सामूहिक इच्छा मृत्यु की मांग, कहा- कलेक्टर तक ने नहीं सुनी बात

 जमीन विवाद में परिवार ने की सामूहिक इच्छा मृत्यु की मांग, कहा- कलेक्टर तक ने नहीं सुनी बात

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

 

 

कई बाद आवेदन किया जा चुका है लेकिन इस मामले में किसी तरह से कार्रवाई नहीं हो पा रही है। इसके चलते परेशान शेख अनवर ने फिर से जिला प्रशासन को आवेदन कर कार्रवाई की मांग की..

 

 

 

कवर्धा,,जमीन विवाद का मुद्दा इतना अधिक बढ़ चुका है आवेदन पर कार्रवाई होने से परेशान एक परिवार ने कबीरधाम जिला प्रशासन से सामूहिक इच्छा मृत्यु की मांग कर दी है। ग्राम पौड़ी में व्यक्तिगत जमीन विवाद को जातिगत बनाकर राजनीतिक फायदा लेने प्रताड़ित किया जा रहा है। इसे लेकर कई बाद आवेदन किया जा चुका है लेकिन इस मामले में किसी तरह से कार्रवाई नहीं हो पा रही है। इसके चलते परेशान शेख अनवर ने फिर से जिला प्रशासन को आवेदन कर कार्रवाई की मांग की।

कोर्ट पहुंचा मामला

कार्रवाई नहीं होने पर उन्हें परिवार सहित सामूहिक इच्छा मृत्यु देने की बात कही। शिकायत में बताया कि ग्राम पौड़ी की जमीन है जो स्व.शेख जुमन ने दुर्योधन पाली के बड़े पिताजी तिजऊ पाली कैयू पाली फं जू पाली तीनों भाई से खरीदे थे। जमीन रिकार्ड में 56 हेक्टेयर है लेकिन मौका में 94 हेक्टेयर कब्जे में है जिसे लेकर मामला न्यायलय में है। आज की स्थिति में दुर्योधन पाली के रिकार्ड में 84 डिसमिल जमीन बया हुआ है जो 75 डिसमिल में काबिज है।

 

पिछले 10 सालों से लंबित है मामला

दुर्याधन पाली के साथ पिछले 10 वर्षों से तहसीलदार बोड़ला, एसडीएम बोड़ला, कलेक्टर कबीरधाम, दुर्गआयुक्त राजस्व मंडल से होकर सिविल कोर्ट कवर्धा से होकर सेशन कोर्ट और उच्च न्यायालय बिलासपुर में मामला लंबित है। उन्होंने बताया कि विवादित भूमि से लगा हुआ सरकारी भूमि को अपना लगानी बताकर 14 लोगों को रजिस्ट्री लगा कर 38 डिसमिल बेचा गया है जिसमें अभी तक कोई कार्यवाही नहीं किया गया।

 

गाली-गलौज करता है..

शिकायत में यह भी बताया कि दुर्योधन पाली के लड़के अमन, राहुल पाली व हीरा पाली द्वारा मुझे व मेरे परिवार को गाली गलौज, जान से मारने की धमकी देते हैं। वहीं विवादित भूमि पर निर्माण कार्य किया जा रहा है, मना करने पर जान से मारने की धमकी दिया जा रहा है। पोड़ी चौकी में कई बार इनके खिलाफ शिकायत किया गया है इसके अलावा एसपी, कलेक्टर, एसडीएम, तहसीलदार में कई बार शिकायत किया जा चुका है लेकिन कोई अधिकारी सुनने के लिए तैयार नहीं है।

पूरा परिवार डरा हुआ है..

उन्होंने बताया कि मेरा परिवार दुर्योधन पाली व उनके पुत्र से डरे रहते हैं। वह कभी भी कुछ भी आकस्मिक घटना को अंजाम दे सकते हैं। इसके चलते उन्होंने आवेदन के बाद माध्यम से मांग किया कि अवैध निर्माण पर जल्द रोक लगाया जाए और निष्पक्ष जांच किया जाए। उन्होंने कहा कि इस मामले में उचित न्याय दिलाया जाए या फिर हम लोगों को आदेश दिया जाए कि हमें जीने का अधिकार नहीं।