नौकरी दिलाने का झांसा देकर आधा दर्जनों को बनाया शिकार, तलाश में जुटी पुलिस

 नौकरी दिलाने का झांसा देकर आधा दर्जनों को बनाया शिकार, तलाश में जुटी पुलिस

Magnifying glass with the word fraud magnified in blue tone in square format

प्राइम सी 24 सी मोहम्मद आसिफ खान की रिपोर्ट

 

देवेंद्रनगर में आरोपित ने खोल रखा था ठगी की दुकान

पैसा लौटाने का दवाब बढ़ने पर कार्यालय बंदकर भागा

सरकारी नौकरी दिलाने के नाम ठग लिया 19.35 लाख

 

 

रायपुर। आधा दर्जन से अधिक बेरोजगार युवकों को अलग-अलग सरकारी विभागों में नौकरी लगवाने का झांसा देकर 19.35 लाख रुपये ठगने का मामला सामने आया है। शातिर ठग ने बेरोजगारों को प्रभावित करने देवेंद्रनगर इलाके में ठगी की दुकान खोल रखी थी। जब पीड़ितों ने पैसा वापस लौटाने दबाव बनाया तो रातों-रात कार्यालय बंद कर वह फरार हो गया। ठगी के शिकार पीड़ितों की शिकायत पर देवेंद्रनगर थाना पुलिस ने आरोपित विजय जांगड़े के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्जकर उसकी तलाश शुरू कर दी है।

देवेंद्रनगर पुलिस थाने से मिली जानकारी के अनुसार मूलत: जाजंगीर चांपा जिले के वार्ड नंबर 25, कुटरा तालाब रोड, अमरैयापारा, जाजंगीर निवासी शिव कुमार साहू (53) ने थाने में शिकायत दर्ज कराया कि वर्ष 25 जुलाई 2023 से 13 अक्टूबर 2023 के बीच आरोपित विजय जांगड़े ने ठगी की है।

ग्राम धरदेई निवासी उसके परिचित भरतलाल यादव ने बताया था कि विजय जांगड़े से नौकरी के संबंध में बात हुई है। आपका बेटा हरिशंकर साहू भी बेरोजगार है, उसकी नौकरी विजय लगवा देगा। जाजंगीर चांपा जिले के ही ग्राम नकटीडीह पोस्ट तालदेवरी थाना बिर्रा निवासी विजय जांगड़े (24) से देवेंद्रनगर स्थित भारत कंसल्टेसी कार्यालय में शिव की मुलाकात हुई।

 

उसने बताया कि अब तक वह कई लोगों की नौकरी लगवा चुका है। उसने जिंदल पावर प्लांट रायगढ़ में बेटे हरिशंकर साहू को कंप्यूटर ऑपरेटर और भांजी माधुरी साहू की महिला परिवेक्षक की नौकरी दिलाने का झांसा देकर इसके एवज में क्रमश: चार व छह लाख रुपये मांगा।

शिव ने 25 जुलाई 2023 को 3.10 लाख रुपये नकद दे दिया, जिसकी पावती भी विजय जांगडे ने दिया। कुछ दिन बाद बड़े भाई चिंताराम साहू और मित्र नंदकुमार राठौर को भी इसकी जानकारी हुई तो वे भी अपने बच्‍चों की नौकरी लगाने विजय जांगड़े से बात करने को बोले।

 

 

चिंताराम साहू की पुत्री मंजूलता साहू को उच्चशिक्षा विभाग में कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी दिलाने छह लाख, पुत्र गजेंद्र साहू को उच्चशिक्षा विभाग में चपरासी के पद पर नौकरी दिलाने चार लाख और नंदकुमार राठौर के पुत्र प्रकाश राठौर को उच्चशिक्षा विभाग में चपरासी की नौकरी लगाने 4.50 लाख रुपये विजय ने मांगा।

 

इसके बाद शिव ने सात लाख रुपये नगद दिया। विजय ने इसके एवज में सात लाख का चेक भी दिया और 1.75 लाख रुपये अपने कार्यालय में लिया। शेष रकम फोन पे के माध्यम से भुगतान किया। दो दिन बाद शिव मोहल्ले के बादल गढेवाल को साथ लेकर रायपुर आए तो आरोपित ने बादल को भी मडवा पावर प्लांट जाजंगीर में नौकरी लगाने के नाम पर एक लाख रुपये ले लिए।

 

इस तरह से आरोपित ने कुल 19.35 लाख रुपये ठग लिए। कई महीने इंतजार करने के बाद भी जब किसी भी बेरोजगार को नौकरी नहीं मिली तब शिव ने विजय से सारे पैसे वापस लौटाने को कहा तो वह टालमटोल करने लगा।

 

अन्य बेरोजगारों को बनाया शिकार

शिवकुमार साहू ने पुलिस को बताया कि आरोपित से अंतिम बार 30 जनवरी 2024 को फोन पर बात हुई थी तब उसने दो-तीन दिन के भीतर पैसा लौटाने का वायदा किया। इस बीच मोबाइल बंद करने के साथ कार्यालय में ताला लगाकर वह गायब हो गया।

 

शिव को बाद में पता चला कि आरोपित ने भरत यादव से भी नौकरी लगाने के नाम पर लाखों रुपये ठगे है। इसके साथ ही उसने भरत यादव, एंजिन कुमार, तनवीर खान, ललिता शोरी समेत अन्य बेरोजगारों से भी ठगी की है।