कौन बनेगा रायपुर दक्षिण सीट से विधायक? सामने आ रहे भाजपा और कांग्रेस के इन दावेदारों के नाम..देखें
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
भारतीय जनता पार्टी में जहां बहुत से दावेदार सक्रिय हो गए हैं तो वहीं बृजमोहन अग्रवाल के हटने के बाद कांग्रेस इस सीट को आसान मान रही है ।
रायपुर।: रायपुर के आठ बार के विधायक और कैबिनेट मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बनने और विधायक और मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद उनके रायपुर के उत्तराधिकारी को लेकर एक बार फिर से सियासत गरमाई हुई है । भारतीय जनता पार्टी में जहां बहुत से दावेदार सक्रिय हो गए हैं तो वहीं बृजमोहन अग्रवाल के हटने के बाद कांग्रेस इस सीट को आसान मान रही है ।
इधर इस बीच पूर्व मंत्री वरिष्ठ विधायक राजेश मूणत ने कांग्रेस को चुनौती दी है कि कांग्रेस चाहे किसी भी बड़े नेता को टिकट दे दे भाजपा का छोटा सा कार्यकर्ता उसको निपटा देगा । वहीं राजेश मूणत की चुनौती पर कांग्रेस के पूर्व संसदीय मंत्री विकास उपाध्याय ने कहा कि सत्ता तो आती जाती रहती है किसी को इतना अहंकार नहीं करना चाहिए । राजेश मूणत मंत्री बनने के लिए इस तरह के बयान देकर चापलूसी कर रहे हैं ।
छत्तीसगढ़ में इन दिनों इस बात की भी चर्चा है कि बृजमोहन को दिल्ली भेजना भाजपा को रायपुर दक्षिण से कहीं भारी न पड़ जाए। लगातार आठ बार से रायपुर दक्षिण जीत रही भाजपा को जिताऊ प्रत्याशी की तलाश है। इधर चर्चा इस बात की भी है कि बृजमोहन की चली तो पूर्व सांसद सुनील सोनी या फिर परिवार के किसी को प्रत्याशी बनाया जा सकता है । वहीं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव और धरसीवां के पूर्व विधायक देवजी पटेल प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं। चर्चा इस बात की भी है कि पार्टी किसी नए चेहरे को मौका दे सकती है।
भाजपा की टिकट के दावेदारों के नाम
भाजपा के अन्य दावेदारों की बात करें तो सुभाष तिवारी जो की रायपुर नगर निगम में सीनियर पार्षद हैं, इनके साथ ही मृत्युंजय दुबे जो कि शहर दक्षिण के ही सुंदरलाल शर्मा वार्ड से तीन बार के निर्दलीय पार्षद चुने गए हैं। इनके अलावा वरिष्ठ भाजपा नेता केदारनाथ गुप्ता जिनकी व्यापारी वर्ग में पकड़ है। साथ ही मनोज वर्मा जो की रायपुर नगर निगम में उप नेता प्रतिपक्ष हैं, उनका भी नाम सामने आ रहा है। हालांकि भारतीय जनता पार्टी के हर नेता का यही कहना है कि इसका फैसला पार्टी हाई कमान करेगी ।
कांग्रेस की टिकट के दावेदारों के नाम
वहीं कांग्रेस नेताओं की बात करें तो इनमें प्रमुख नाम कन्हैया अग्रवाल का है जो की बृजमोहन अग्रवाल के खिलाफ 2018 में विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। प्रमोद दुबे जो कि रायपुर के मेयर रह चुके हैं । अभी भी निगम में सभापति हैं और तीसरा नाम सनी अग्रवाल का है जो कि विधानसभा चुनाव के दौरान टिकट वितरण से पहले क्षेत्र में जमकर पैसे खर्च कर चुके हैं और काफी सक्रिय रहे हैं। इस लिस्ट में युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा और एमआईसी के सदस्य सतनाम पनाग की भी दावेदारी की चर्चा है।
बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बनने के बाद भारतीय जनता पार्टी की बड़ी चुनौती इस बात की है कि रायपुर दक्षिण में उनकी जीत को किस तरह से कायम रखा जाए पार्टी में कौन उनका योग्य उत्तराधिकारी होगा ?