घायल श्रद्धालुओं को लेकर दुर्ग पहुंची बस, गांव में लगा कैंप, वैष्णो देवी दर्शन कर लौटते वक्‍त हुआ था सड़क हादसा

 घायल श्रद्धालुओं को लेकर दुर्ग पहुंची बस, गांव में लगा कैंप, वैष्णो देवी दर्शन कर लौटते वक्‍त हुआ था सड़क हादसा

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

दुर्ग/: जम्मू के वैष्णो देवी मंदिर का दर्शन कर लौटने के दौरान सड़क हादसे के चौथे दिन घायल श्रद्धालु व कुशल लोगों को लेकर दूसरी बस दुर्ग जिले के अंतर्गत पाटन के आमालोरी पहुंची। इस गांव से कुल 22 श्रद्धालु दर्शन के लिए गए थे। इसके अलावा अन्य श्रद्धालु पाटन ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम मर्रा, अरकार, नारा सहित आसपास के गांव के हैं। इन सभी को भी आमालोरी ही लाया गया। यहां स्वास्थ्य जांच के बाद उन्हें अपने गांव भेजा जाएगा।

स्वजनों को सकुशल देख ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। श्रद्धालुओं के सेहत की जांच के लिए गांव में ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा कैंप लगाया गया था। यहां पर सभी की जांच की गई।

बतादें कि जम्मू के वैष्णो देवी मंदिर का दर्शन कर बस से वापस लौटते समय उत्तरप्रदेश के फिरोजाबाद में हादसे का शिकार होकर दुर्ग जिले के दो बच्चों समेत तीन लोगों की मौत हो गई। शनिवार तड़के साढ़े तीन बजे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर श्रद्धालुओं से भरी बस पलट गई। मृतक धमधा व पाटन ब्लाक के हैं।


दुर्घटना में 48 लोग घायल हुए हैं, जो पाटन, दुर्ग व बालोद के निवासी हैं। 28 मई को श्रद्धालु बस से जम्मू गए थे। बस में सवार सभी 67 लोग छत्तीसगढ़ के निवासी हैं। मां वैष्णो देवी के दर्शन कर वृंदावन पहुंचे थे। रात करीब एक बजे प्रयागराज होते हुए छत्तीसगढ़ जाने के लिए निकले।

बताया जा रहा है कि चालक को झपकी आने से ये हादसा हुआ है। मृतकों में पाटन ब्लाक के कुम्हली निवासी अन्नपूर्णा (40) और नगर पंचायत धमधा की वार्ड-2 निवासी अंशु ढीमर (14) शामिल है। वहीं दुर्ग जिले की निवासी सात वर्षीय क्षमित की भी मौत हो गई है।