हेलमेट पहनकर चलाएं गाड़ी, घर में कोई कर रहा आपका इंतजार- एएसपी

 हेलमेट पहनकर चलाएं गाड़ी, घर में कोई कर रहा आपका इंतजार- एएसपी

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

 

“चेतना” कार्यक्रम में हेलमेट की अनिवार्यता पर जोर, युवाओं को सुरक्षा और सेवा का संदेश।

नियमों का पालन करने वालों को फूल देकर किया गया सम्मानित ।

मंगला चौक में यातायात की पाठशाला का आयोजन

बिलासपुर। हेलमेट पहनकर वाहन चलाने से खुद सुरक्षित रहेंगे। साथ ही अपने माता-पिता के सपनों को भी पूरा कर सकेंगे। जिस माता-पिता ने आपको योग्य बनाया, उनकी सेवा करना युवाओं का फर्ज है। यह भी ध्यान में रखे कि घर में आपका कोई इंतजार भी कर रहा है। ये बातें एएसपी नीरज चंद्राकर चेतना कार्यक्रम के तहत आयोजित यातायात की पाठशाला में कही।

सुरक्षा और सतर्कता के महत्व को समझाते हुए एएसपी नीरज चंद्राकर ने कोनी में आयोजित “चेतना” कार्यक्रम के तहत यातायात की पाठशाला में कहा कि हेलमेट पहनकर वाहन चलाने से न केवल चालक की सुरक्षा सुनिश्चित होती है, बल्कि वह अपने माता-पिता की लंबे समय तक सेवा भी कर सकता है। उन्होंने कहा कि माता-पिता ने अपने बच्चों को योग्य बनाने में अपना सर्वस्व अर्पित किया है, और उनकी सेवा करना बच्चों का फर्ज है। यह तभी संभव है जब वे हेलमेट पहनकर अपनी यात्रा को सुरक्षित बनाएं।

 

जागरूकता फैलाना ही “चेतना” कार्यक्रम का उद्देश्य

 

 

पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह द्वारा प्रारंभ किए गए “चेतना” नामक बहुउद्देशीय कार्यक्रम का उद्देश्य सामुदायिक पुलिसिंग के माध्यम से लोगों को जागरूक करना है। इसके तहत यातायात संबंधी जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन लगातार किया जा रहा है। इस क्रम में प्रतिदिन विभिन्न स्थानों पर यातायात की पाठशालाएं आयोजित की जाती हैं। बुधवार को कोनी में आयोजित कार्यक्रम इसी श्रृंखला का हिस्सा था।

युवाओं को सुरक्षा के प्रति जागरूकता

 

कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) उमेश कश्यप ने कहा कि नादान बच्चों को वाहन देने से गंभीर परिणाम हो सकते हैं। जब तक बच्चे पूरी तरह समझदार नहीं हो जाते, उन्हें वाहन देने से बचना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि बच्चों की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है, और इसके लिए आवश्यक है कि वे यातायात नियमों का पालन करें और वाहन चलाते समय हेलमेट जरूर पहनें।

यातायात नियमों का पालन करने वालों का सम्मान

 

कोनी के मुख्य मार्ग पर आयोजित इस कार्यक्रम में यातायात नियमों का पालन करने वालों को विशेष सम्मानित किया गया। हेलमेट पहनकर दुपहिया वाहन चलाने वालों को पुलिस अधिकारियों और आयोजन समिति के सदस्यों द्वारा गुलाब का फूल देकर प्रोत्साहित किया गया। इस पहल का उद्देश्य लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करना और उनका पालन करने के लिए प्रेरित करना था।

 

मंगला चौक में यातायात की पाठशाला का आयोजन

 

मंगला चौक पर यूथ फार नेशन और स्माइल वेलफेयर फाउंडेशन द्वारा यातायात की पाठशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारियों ने नागरिकों को संबोधित करते हुए सड़क सुरक्षा के महत्व पर बल दिया और यातायात नियमों का पालन करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि यातायात नियमों का पालन न केवल कानून का पालन है, बल्कि यह स्वयं की और दूसरों की सुरक्षा के लिए भी आवश्यक है।

 

समाजसेवी संगठनों की अहम भूमिका

 

एएसपी नीरज चंद्राकर ने बताया कि इस अभियान में विभिन्न सामुदायिक संगठनों ने सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। बुधवार को मार्मिक चेतना, यूथ फार नेशन, स्माइल वेलफेयर फाउंडेशन, शांता फाउंडेशन, आर्यन फिल्म, महिला जागृति समूह, नागरिक सुरक्षा संगठन महिला, अपना फाउंडेशन, श्रीसूर्या पुष्पा फाउंडेशन, तारबहार थाना, कोनी थाना, और जागृति समूह ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इन संगठनों के प्रतिनिधियों ने उपस्थित लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया और उन्हें शपथ दिलाई कि वे हमेशा नियमों का पालन करेंगे।

 

वर्जन

 

“चेतना” कार्यक्रम के तहत ऐसे यातायात जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन निरंतर किया जाता रहेगा। पुलिस और समाजसेवी संगठनों की इस पहल का उद्देश्य है कि हर नागरिक सड़क सुरक्षा के महत्व को समझें और यातायात नियमों का पालन करते हुए स्वयं को और दूसरों को सुरक्षित रखें।

 

नीरज चंद्राकर एएसपी ट्रैफिक