बेमेतरा के बारूद फैक्ट्री में विस्फोट से हुआ 40 फुट गहरा गड्ढा, दूर-दूर तक दिखा धुएं का गुबार, सामने आया CCTV फुटेज
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
बेमेतरा के बारूद फैक्ट्री में विस्फोट, एक की मौत, छह घायल
मृतक के स्वजन को पांच लाख, घायलों को 50-50 हजार का मुआवजा
बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के बेरला तहसील स्थित पिरदा गांव में विस्फोटक बनाने वाली फैक्ट्री स्पेशल ब्लास्ट लिमिटेड में हुए भीषण धमाके में ग्राम बोरसी के सेवकराम की मौत हो गई और छह लोग घायल हो गए। विस्फोट की तीव्रता से घटनास्थल पर 40 फुट गहरा गड्ढा हो गया। धमाके का असर करीब चार किलोमीटर दूर तक महसूस किया गया।
घटनास्थल से बचाव दल को शरीर के अंग भी मिले हैं। इससे मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। राज्य सरकार ने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। विस्फोट में घायल हुए छह लोगों को रायपुर के आंबेडकर अस्पताल ले जाया गया। वहीं एक अन्य को यहां लाए जाने पर मृत घोषित कर दिया गया। घायलों में से दो को बाद में एम्स रायपुर स्थानांतरित किया गया है। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। सीसीटीवी में दिख रहा है कि धमाका इतना जोरदार था कि घटना से काफी दूर सीसीटीवी भी हिल गया। विस्फोट के बाद फैक्ट्री परिसर में अफरा-तफरी मच गई थी।
दो मंजिला इमारत ढही
पड़ोसी जिले दुर्ग से आई एसडीआरएफ टीम के प्रभारी ईश्वर खरे ने बताया कि विस्फोट स्थल पर बचाव अभियान में लगे हुए हैं। फैक्ट्री में हुए धमाके से दो मंजिला इमारत ढह गई। कुछ लोग मलबे में फंसे हो सकते हैं और उनकी तलाश जारी है। विस्फोट से 30-40 फीट गहरा गड्ढा हो गया है। मलबे में मानव शरीर के कुछ हिस्से मिले हैं। पूरा मलबा हटाए जाने के बाद विस्तृत जानकारी मिल सकेगी।
2023 में फैक्ट्री को 15 दिन के लिए किया गया था बंद
ग्रामीणों के विरोध और शिकायत के बाद जिला प्रशासन के द्वारा वर्ष 2023 में फैक्ट्री के लाइसेंस को 15 दिन के निलंबित किया गया था। बताया जाता है कि एक सप्ताह में ही निलंबन समाप्त हो गया और फिर से फैक्ट्री का संचालन शुरू कर दिया गया।
हादसे में कई लोग लापता
फैक्ट्री के पड़ोसी गांव बोरसी के निवासी राजकुमार यादव ने बताया कि उनका 20 वर्षीय बेटा फैक्ट्री में काम करता था। जो विस्फोट के बाद से लापता है। राजकुमार ने बताया कि वह अपने घर में ही थे। तेज़ धमाके की आवाज सुनकर छत पर चढे तो देखा कि यूनिट से धुआं निकल रहा है। बेटे से संपर्क नहीं हुआ तो गांव के अन्य लोगों को फोन किया जो वहां काम करते थे।
उन्होंने मुझे बताया कि विस्फोट हुआ है और कई लोग फंस गए हैं। उनका बेटा अब तक लापता है। इसके साथ ही पुष्पराज पिता हीरालाल (22) निवासी बोरसी, विजय गंधर्व पिता मुन्नालाल (26) पिरदा, रामकिशन ध्रुव पिता रामकुमार ध्रुव (20) पिरदा, लोकनाथ यादव गब्दा, शंकर ग्राम उपहरा, बिसन साहू आपरेटर बोरसी, नरहर यादव बोरसी निवासी के स्वजन फैक्ट्री के सामने डटे हुए हैं। वे भी अपने स्वजन को लापता बताकर उनकी तलाश में लगे हुए हैं।
उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने दिए न्यायिक जांच के आदेश
राज्य के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने बताया कि घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं। दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। साव ने बताया कि एसडीआरएफ और जिला प्रशासन की टीमों ने बचाव अभियान शुरू किया है। मलबा हटाया जा रहा है। मलबा हटने के बाद स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपये की वित्तीय सहायता मिलेगी, जबकि घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे। उनके इलाज का खर्च भी सरकार उठाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि फैक्ट्री पीड़ितों को मुआवजा दे।
हादसे के बाद उपस्थिति रजिस्टर लेकर जिम्मेदार हुए फरार
ब्लास्ट होने के बाद तुरंत बाद कंपनी के जिम्मेदार अफसर-कर्मी की उपस्थिति का रजिस्टर लेकर फरार हो गए हैं। इस कारण से यह पता नहीं चल पा रहा है कि घटना के समय कितने लोग कारखाने के भीतर थे। हादसे के बाद जब आसपास के ग्रामीण और मजदूरों के स्वजन मौके पर पहुंचे तो उन्हें वहां पर कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति नहीं मिला। इससे आक्रोशित होकर उन्होंने कंपनी के आफिस में तोड़फोड़ की और बाहर रखे मटेरियल में आग लगा दी। हालांकि समय रहते फायर ब्रिगेड ने लोगों द्वारा लगाई गई आग पर काबू पा लिया, नहीं तो घटना और भी विकट हो सकती थी।