विश्व पृथ्वी दिवस के साथ सिकलसेल एवं थैलेसीमिया जागरूकता अभियान चलाया एनसीसी कैडेटों ने

 विश्व पृथ्वी दिवस के साथ सिकलसेल एवं थैलेसीमिया जागरूकता अभियान चलाया एनसीसी कैडेटों ने

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

भिलाई नगर। 37 छग बटालियन एनसीसी दुर्ग के कमान अधिकारी के निर्देशानुसार कल्याण स्नातकोत्तर महाविद्यालय भिलाई नगर के एनसीसी कैडेटों ने दिनांक 19अप्रेल से 22अप्रेल 2024 तक सिकलसेल एवं थैलेसीमिया जागरुकता अभियान चलाया गया।इसके लिए महाविद्यालय के एनसीसी अधिकारी ले० डॉ० हरीश कुमार कश्यप द्वारा कैडेट सोमदत्त, उदित राज पटेल,राजीव लाल देवांगन व विकास शुक्ला के नेतृत्व में टीम बनाकर उनको प्रशिक्षित किया। कैडेट की टीम महाविद्यालय के वाणिज्य, विज्ञान व शिक्षा संकाय के विधार्थियों को सिकलसेल व थैलेसीमिया के बारे में,उसके लक्षण व बिमारी से बचने नवदम्पत्ति को विवाह पूर्व रक्त परीक्षण कर की आवश्यकता व अनिवार्यता के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ एनसीसी निदेशालय भोपाल व रायपुर ग्रुप एनसीसी से प्राप्त पोस्टर व पाम्पलेट के माध्यम से सेक्टर 7 मार्केट में व घर घर जाकर जागरूक किया।

इसी क्रम में एनसीसी बटालियन के निर्देशानुसार दिनांक 22अप्रेल सोमवार को विश्व पृथ्वी दिवस मनाया। इस अवसर पर एनसीसी कैडेटों द्वारा पृथ्वी को बचाने के लिए प्लास्टिक मुक्त धरा का आव्हान किया। सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग बंद कर रिसाइकिल होने वाले प्लास्टिक का सीमित मात्रा में उपयोग करने के लिए प्रेरित किया।धरती को हरा भरा कर हरित क्रांति लाएं जिससे धरती पर प्रकाश संश्लेषण की क्रिया में वृद्धि होगी और आक्सीजन भी बढ़ेगा। एनसीसी कैडेटों ने यह भी जानकारी दी कि जितनी भूमि व पानी की आवश्यकता दस क्विंटल मांसाहार भोजन के लिए लगता है उतनी ही मात्रा में भूमि व पानी के उपयोग से एक हजार क्विंटल शाकाहारी भोजन का उत्पादन किया जा सकता है। मांसाहारी भोजन कार्बन-डाई-ऑक्साइड बढ़ाता है जबकि शाकाहारी भोजन आक्सीजन में वृद्धि करता है। धरती पर आक्सीजन की मात्रा को बढ़ा कर पर्यावरण असंतुलन व जलवायु परिवर्तन को रोकते हुए लुप्तप्राय जीव जंतुओं की रक्षा की जा सकती है।

उक्त सभी कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय के एनसीसी अधिकारी ले० डॉ० हरीश कुमार कश्यप द्वारा किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ० आर० पी० अग्रवाल, उपप्राचार्य व वाणिज्य संकायाध्यक्ष डॉ० पी० एस० शर्मा, विज्ञान संकायाध्यक्ष डॉ० गुणवन्त चंद्रौल, शिक्षा संकाय प्रमुख डॉ० वनिता सिन्हा, एन एस एस कार्यक्रम अधिकारी डॉ० अनिर्बन चौधरी व पूर्व कैडेट सिंगराज गुप्ता ने एनसीसी कैडेटों के इस प्रयास की सराहना की व आवश्यक सहयोग प्रदान किया।