अनवर ढेबर और अरविंद सिंह को जेल, अरुणपति त्रिपाठी 25 अप्रैल तक रिमांड अरविंद सिंह ने जज से इच्छा मृत्यु मांगी, जिस पर जज ने कहा कि आप वकील के जरिए प्रापर आवेदन लगवाएं।
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
रायपुर। छत्तीसगढ़ में दो हजार करोड़ के शराब घोटाले में14 दिन की रिमांड के बाद कारोबारी अनवर ढेबर और अरविंद सिंह को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश दिया गया है। अनवर ढेबर और अरविंद सिंह दो मई तक न्यायिक रिमांड पर रहेंगे। वहीं तीसरे आरोपित अरुणपति त्रिपाठी (एपी) 25 अप्रैल तक ईओडब्ल्यू की रिमांड में रहेंगे। गुरुवार को न्यायाधीश निधि शर्मा तिवारी की कोर्ट में तीनों को पेश किया गया था। जहां कोर्ट ने यह आदेश दिया है।
इसके अलावा अरविंद सिंह ने जज से इच्छा मृत्यु मांगी है। अरविंद सिंह के आवेदन पर जज ने कहा कि आप वकील के जरिए प्रापर आवेदन लगवाएं। उस पर अलग से सुनवाई होगी। उल्लेखनीय है कि तीन अप्रैल को हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद जेल से निकलते ही ईओडब्ल्यू की टीम ने अरविंद सिंह को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद चार अप्रैल को अनवर ढेबर को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद अरुणपति त्रिपाठी को बिहार से पकड़ा गया। तीनों को पेश किया गया।
पूछताछ के बाद छह से ज्यादा लोगों को लिया जा सकता है हिरासत में
ईओडब्ल्यू के अफसरों को इस सिंडिकेट से जुड़े छह से ज्यादा और लोगों की जानकारी मिली है, जिन्हें जांच के दायरे में लाने की तैयारी अफसर कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार आने वाले दिनों में इन सभी लोगों को नोटिस जारी करके बुलाया जाएगा। इनमें रिटायर्ड आइएएस अफसरों के अलावा आबकारी विभाग के अधिकारी और शराब के डिस्टलर्स शामिल हैं।
इन लोगों को जारी करेगा नोटिस
तत्कालीन आबकारी आयुक्त आइएएस निरंजनदास, तत्कालीन सहायक जिला आबकारी अधिकारी जनार्दन कौरव, तत्कालीन उपायुक्त आबकारी अनिमेष नेताम, तत्कालीन उपायुक्त आबकारी विजय सेन शर्मा, तत्कालीन सहायक कमिश्नर आबकारी प्रमोद कुमार नेताम, तत्कालीन सहायक आयुक्त आबकारी रामकृष्ण मिश्रा, तत्कालीन सहायक आयुक्त आबकारी विकास कुमार गोस्वामी, तत्कालीन जिला आबकारी अधिकारी इकबाल खान, तत्कालीन सहायक जिला आबकारी अधिकारी नीतिन खंडुजा, तत्कालीन सहायक आयुक्त आबकारी नवीन प्रताप सिंग, तत्कालीन जिला आबकारी अधिकारी मंजुश्री कसेर, तत्कालीन सहायक आयुक्त सौरभ बख्शी, तत्कालीन सहायक आयुक्त आबकारी दिनकर वासनिक, तत्कालीन अतिरिक्त आयुक्त आशीष श्रीवास्तव, तत्कालीन जिला आबकारी अधिकारी अशोक कुमार सिंह, आबकारी अधिकारी मोहित कुमार जायसवाल, उपायुक्त नीतू नोतानी, तत्कालीन सहायक आयुक्त आबकारी रविश तिवारी, आबकारी अधिकारी गरीबपाल दर्दी, आबकारी अधिकारी नोहर सिंह ठाकुर, सहायक आयुक्त सोनल नेताम, अनुराग द्विवेदी, मेसर्स अनुराग ट्रेडर्स, अमित सिंह, मेसर्स अदीप एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड, नवनीत गुप्ता, पिंकी सिंह, प्रोप्राईटर आदिप एम्पायर्स, विकास अग्रवाल उर्फ सुब्बू, त्रिलोक सिंह ढिल्लन, मेसर्स ढिल्लन सिटी माल प्राइवेट लिमिटेड, यश टुटेजा, नितेश पुरोहित, यश पुरोहित, अभिषेक सिंह, डायरेक्टर मेसर्स नेक्सजेन पावर इंजीटेक प्राइवेट लिमिटेड, मनीष मिश्रा, मेसर्स नेक्सजेन पावर इंजीटेक प्राइवेट लिमिटेड, संजय कुमार मिश्रा, सीए, मेसर्स नेक्सजेन पावर इंजीटेक प्राइवेट लिमिटेड, अतुल कुमार सिंह, श्री ओम साईं, बेवरेजेस प्राइवेट लिमिटेड, मुकेश मनचंदा, श्री ओम सांई, बेवरेजेस प्राइवेट लिमिटेड, विजय भाटिया, भिलाई, आशीष सौरभ केडिया, मेसर्स दिशिता वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड, सिद्धार्थ सिंघानिया, मेसर्स सुमीत फैसलिटीस लिमिटेड एवं टाप सिक्योरिटीस फैसिलिटी मैनेजमेंट, बच्चा राज लोहिया, मेसर्स इंगल हंटर साल्युशन लिमिटेड एवं पाटर्नर, अमित मित्तल, मेसर्स ए टू जेड प्राइवेट लिमिटेड एवं सहयोगी, उदयराव, मेसर्स ए टू जेड प्राइवेट लिमिटेड, लक्ष्मीनारायण बंसल उर्फ पप्पू बंसल, विधु गुप्ता, प्रीज्म होलोग्राफी एवं सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड, दीपक दुआरी, दिपेन चावड़ा, उमेर ढेबर, जुनैद ढेबर, अख्तर ढेबर, अशोक सिंह, सुमित मलो, विकास अग्रवाल।