बिलासपुर के मंदिर में टूटी मिली शिवलिंग और हनुमान जी की मूर्ति, 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार हुआ शख्स
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
बिलासपुर के घुमारवीं उपमंडल के कस्बे पलसोटी में कुछ अज्ञात असामाजिक तत्वों ने मंदिर में रखे भगवान हनुमान जी की मूर्ति व शिवलिंग को तोड़ने की कोशिश की है. जिसके बारे में मंदिर के पुजारी ने पुलिस प्रशासन को इस पूरी घटना के बारे में जानकारी दी है.
बिलासपुर: बिलासपुर के घुमारवीं उपमंडल के कस्बे पलसोटी में कुछ अज्ञात असामाजिक तत्वों ने मंदिर में रखे भगवान हनुमान जी की मूर्ति व शिवलिंग को तोड़ने की कोशिश की है. जिसके बारे में मंदिर के पुजारी ने पुलिस प्रशासन को इस पूरी घटना के बारे में जानकारी दी है. पुजारी ने बताया कि यह 35 साल पुरानी हनुमान जी की मूर्ति और शिवलिंग है.
वहीं, अब इस मामले में 24 घंटे के अंदर ही पुलिस ने कामयाबी हासिल की है. बीती रात को तोड़ी गई शिवलिंग व हनुमान की मूर्ति के मामले में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. वहीं, पुलिस पूछताछ के दौरान गिरफ्तार व्यक्ति ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. व्यक्ति की पहचान रमेश चंद पुत्र भगत राम गांव टिककर के रूप पर में हुई है.
थाना प्रभारी रजनीश ठाकुर ने बताया कि गिरफ्तार किए व्यक्ति ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. आरोपी सेना में कार्यरत था, लेकिन वह मेडिकल पेंशन पर घर में ही रहता है. वहीं, वह व्यक्ति बीच-बीच में किसी साधु का चेला भी रह चुका है, थाना प्रभारी के मुताबिक, व्यक्ति मंदिर की मूर्तियां देखकर उतेजित हो जाता है. पहले भी यह पैदल मंदिर के रास्ते से जा रहा था, तो इसने हनुमान जी की मूर्ति को हाथ से तोड़ डाला, इसके बाद इसने शिवलिंग को भी खंडित कर दिया. हालांकि, व्यक्ति ने अपना जुर्म कबूल करते हुए नुकसान की अदायगी करने की बात कही है.
बता दें, अब इस हिन्दू देवताओं की मूर्तियों की तोड़फोड़ के खिलाफ विश्व हिन्दू परिषद सहित हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों व पुजारियों ने डीसी बिलासपुर को मामले के खिलाफ ज्ञापन सौंप दिया है. साथ ही मूर्तियों की तोड़फोड़ करने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी करने की मांग करी है.
यह है पूरा मामला
बिलासपुर जिला के उपमंडल घुमारवीं के साथ लगते कस्बे पलसोटी में कुछ अज्ञात असामाजिक तत्वों द्वारा एक मंदिर में स्थापित की गई हनुमान जी और शिवलिंग की मूर्तियों को तोड़ने का मामला सामने आया है. जानकारी के अनुसार, बीते दिन मंदिर के पुजारी रमेश चंद द्वारा पूजा-अर्चना व मंदिर की साफ-सफाई करने के बाद जब शाम 6:30 बजे मूर्तियों के वस्त्र बदलने के बाद अपने घर गए थे, तब सब ठीक था, लेकिन जब उनका बेटा सुबह 9:30 बजे मंदिर में पूजा करने गया, तो उसने देखा कि मंदिर के बाहर लगी 35 वर्ष पुरानी हनुमान जी की प्रतिमा तथा मंदिर के प्रांगण में रखी शिवलिंग को किसी ने तोड़ दिया है.
ऐसे में जब खुद पुजारी मंदिर में आए तो, उन्होंने देखा कि इन प्रतिमाओं पर किसी भारी चीज से प्रहार किया गया है. जिस कारण हनुमान जी की मूर्ति का कुछ भाग व कोहनी के पास का सीमेंट का कुछ भाग तथा गुर्ज का कुछ हिस्सा टुटा पाया गया. इसके साथ ही आंगन में स्थापित शिवलिंग भी अपने स्थान से अलग रखा हुआ था.
इसके बाद उन्होंने इस घटना की जानकारी स्थानीय लोगों को और पुलिस को दी. जिसके बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और मंदिर का मुआयना करने के बाद साक्ष्य जुटाए और अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है. इसके साथ ही पुलिस टीम ने मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को भी अपने कब्जे में ले लिया है, ताकि इस घटना को अंजाम देने वाले लोगों तक पहुंचा जा सके. वहीं, अज्ञात असामाजिक तत्वों द्वारा घटित इस घटना की हिंदू संगठनों व मंदिर के पुजारियों ने कड़ी निंदा की है. जिसके चलते विश्व हिन्दू परिषद सहित हिन्दू संगठनों ने उपायुक्त कार्यालय परिसर में जमकर नारेबाजी कर रोष प्रकट किया और उपायुक्त बिलासपुर को एक ज्ञापन सौंपकर इस तरह के असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
विश्व हिन्दू परिषद के प्रांत सह मंत्री अधिवक्ता तुषार डोगरा ने कहा कि मंदिर में रखी मूर्तियों को खंडित करना जेहादी मानसिकता को प्रदर्शित करता है और कुछ दिनों देश में एक के एक ऐसी घटनाएं सामने आई हैं जिसमें मंदिर में चोरी होना, भगवान की मूर्तियों को तोड़ना व मंदिर के पुजारियों के साथ मारपीट करना शामिल है. जिससे कहीं ना कहीं हिन्दू धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है.