जेल अभिरक्षा में विचाराधीन बंदी की जेल में मौत के बाद स्वजनों व ग्रामीणों ने मचाया हंगामा

 जेल अभिरक्षा में विचाराधीन बंदी की जेल में मौत के बाद स्वजनों व ग्रामीणों ने मचाया हंगामा

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

 

 

विचाराधीन बंदी की जेल में हुई मौत के बाद स्वजनों और ग्रामीणों ने सड़क जाम करके जमकर हंगामा मचाया। मृतक बंदी के स्वजनों का आरोप है कि जेल में हुई मारपीट में आई चोट के कारण मौत हुई है। वहीं एसपी शशि मोहन सिंह ने मिडिया को बताया कि जेल के अंदर पीपल पेड़ से गिर कर बंदी की मौत हुई है।

 

जशपुरनगर । विचाराधीन बंदी की जेल में हुई मौत के बाद स्वजनों और ग्रामीणों ने सड़क जाम करके जमकर हंगामा मचाया। मृतक बंदी के स्वजनों का आरोप है कि जेल में हुई मारपीट में आई चोट के कारण मौत हुई है। वहीं एसपी शशि मोहन सिंह ने मिडिया को बताया कि जेल के अंदर पीपल पेड़ से गिर कर बंदी की मौत हुई है।

 

जानकारी के अनुसार सन्ना थाना के ग्राम कंदरई निवासी जगतपाल राम को पुलिस ने 3 अप्रैल को अवैध शराब बनाने और बेचने के आरोप में गिरफ्तार करते हुए न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा था।

जगतपाल के स्वजनों का आरोप है कि उन्हें जेल प्रशासन की ओर से रविवार को जगतपाल राम की मृत्यु होने की सूचना दी गई। इससे जगतपाल के स्वजन और ग्रामीण नाराज हो गए। नाराज ग्रामीण सन्ना के बस स्टैंड में एकजुट हो गए और सड़क पर जाम लगाकर प्रशासन विरोधी नारेबाजी करने लगे।

नाराज ग्रामीणों का आरोप है कि जगलपाल की मृत्यु जेल में उसके साथ हुई मारपीट की वजह से हुई है। उल्लेखनीय है कि जेल में अव्यवस्था से इस तरह की परिस्थितियां पूर्व में भी बनती रही है। लोदाम थाना क्षेत्र के एक विचाराधीन बंदी की मौत को लेकर भी विवाद की स्थिति बनी थी। इसके साथ ही जेल में चावल सहित राशन की कथित अफरा तफरी का मामला भी मिडिया में जमकर सुर्खियां बटोरा चुकी है।

पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह

मृतक ने जेल के अंदर स्थित पीपल के पेड़ पर चढ़ कर छलांग लगा दी थी। इसमें उसे गंभीर चोट आई थी। जिला चिकित्सालय के बाद इलाज के लिए अंबिकापुर भेजा गया था। यहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। मामले की जांच की जाएगी।