सालों से बंद खदान की चट्टान में दबे युवक का तीसरे दिन मिला शव

 सालों से बंद खदान की चट्टान में दबे युवक का तीसरे दिन मिला शव

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

 

 

एसईसीएल की सालों से बन्द पड़ी जयनगर तीन चार भूमिगत खदान में सुरंग बनाकर कोयला चोरी करने के दौरान खदान की छत से गिरी भारी भरकम चट्टान के नीचे दबे युवक का शव काफी मसक्कत के बाद बुधवार की रात करीब 9 बजे बरामद कर लिया गया है।

 

 

 

 

बिश्रमापुर । कई सालों से बन्द पड़ी जयनगर तीन चार भूमिगत खदान में सुरंग बनाकर कोयला चोरी करने के दौरान खदान की छत से गिरी भारी भरकम चट्टान के नीचे दबे युवक का शव काफी मसक्कत के बाद बुधवार की रात करीब 9 बजे बरामद कर लिया गया है।

 

 

बता दें कि उक्त घटना बीते सोमवार को सुबह कोयला चोरी के दौरान घटित हुई थी। चंद पैसों की लालच में दर्जनों ग्रामीणों ने एसईसीएल बिश्रामपुर क्षेत्र की सालों से बन्द पड़ी जयनगर तीन चार खदान में तीन चार जगह सुरंग बना ली थी और लंबे समय से जान जोखिम में डालकर सुरंग से खदान में घुसकर कोयला चोरी को अंजाम दे रहे थे। सोमवार को भी रोजाना की तरह ग्राम केनापारा सुनील सोनी पिता रामगोविंद सोनी 30 वर्ष अपने आधा दर्जन साथियों के साथ बन्द खदान में सुरंग के रास्ते कोयला चोरी करने घुसा था। कोयला चोरी के दौरान बन्द खदान की छत का चट्टाननुमा भारी भरकम हिस्सा भरभरा कर धराशायी हो गया था। जिसके नीचे सुनील सोनी के दब जाने की सूचना परिजनों ने उसके साथियों को दी थी।

 

उक्ताशय की जानकारी मिलते ही पुलिस की मौजूदगी में एसईसीएल बिश्रामपुर व भटगांव क्षेत्र की रेस्क्यू टीम एवं नगर सेना की एसडीआरएफ टीम द्वारा संयुक्त रूप से खदान में चट्टान के नीचे दबे युवक की बरामदगी के प्रयास लगातार जारी थे। इस दौरान बिश्रामपुर टीआई अलरिक लकड़ा पुलिस टीम के साथ मौके पर मुस्तैद थे। काफी मशक्कत के बात बुधवार की रात 9 बजे रेस्क्यू टीम ने अंततः चट्टान के नीचे दबे सुनील सोनी के शव को बरामद कर लिया है। शव को सुरंग के रास्ते बंद खदान से बाहर लाकर मर्च्युरी में सुरक्षित रखवाया गया है। गुरुवार को शव का पोस्टमार्टम स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कराया जाएगा।

 

 

रेस्क्यू ऑपरेशन में अमरेंद्र नारायण प्रबंधक खनन समेत बिश्रामपुर क्षेत्र के रेस्क्यू इंचार्ज प्रदीप पात्रा, भटगाँव क्षेत्र के रेस्क्यू इंचार्ज एसएस घाघर, रेहर खदान के मैनेजर जीएस ठाकुर, बिश्रामपुर ओसीएम के मैनेजर विजय प्रकाश सिंह, बलरामपुर खदान के मैनेजर सुरेश राम, रेस्क्यू टीम के पीएन सिंह, सकल देव, श्रवण यादव, तजिंदर सिंह, विनोद मिश्रा, राकेश कुमार, संजीत कुमार के अलावा डीडीआरएफ टीम प्रभारी बीरबल गुप्ता समेत बृजबिहारी गुप्ता, टामेश्वर राजवाड़े, कृष्ण सिंह, नेमसाय सिंह, धनसाय, अशोक, शिवप्रताप, शिवनारायण, देवनारायण, सोमारसाय, विदेश, रिकेस, तुलेश्वर की टीम ने काफी मशक्कत की।