6 माह के लिए बंद करें सुरक्षा बलों के कैंप तभी होगी बातचीत, नक्सलियों ने प्रेसनोट जारी कर कही ये बात
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
सरकार के वार्ता के प्रस्ताव पर नक्सल प्रवक्ता का कथन l
सुरक्षा बलों ने हाल ही में खोले हैं 14 कैंप, अभियान में आई है तेजीl
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री व गृह मंत्री विजय शर्माके1 के द्वारा बस्तर में शांति के लिए नक्सलियों से वार्ता के प्रस्ताव पर नक्सलियों की ओर से प्रतिक्रिया आई है। दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के प्रवक्ता विकल्प ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि प्रदेश सरकार यदि शांति स्थापना के लिए वार्ता करना चाह रही है तो पहले नक्सलियों के विरुद्ध चलाए जा रहे आपेरशन को छह माह के लिए बंद कर एक स्पष्ट संदेश देना होगा।
इसके साथ ही जवानों को कैंपों तक सीमित रखने, नए कैंप स्थापित करना बंद कर राजनीतिक बंदियों को छोड़ने जैसी शर्ते लगाई गई हैं। बता दें कि गुरुवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने नक्सलियों के गढ़ में ‘नियद नेल्ला नार’ अर्थात आपका अच्छा गांव नाम से योजना शुरू करने की घोषणा की है, जिसमें सुरक्षा कैंप के पांच किमी के क्षेत्र में समेकित विकास किया जाएगा।
आपरेशन कगार की भी घबराहट
नक्सली प्रवक्ता ने जारी किए गए कथन में कहा है कि नक्सलियों से बातचीत का प्रस्ताव चाहे उप मुख्यमंत्री की ओर से हो या इसके पहले के मुख्यमंत्रियों या फिर देश के गृह मंत्री द्वारा किया गया हो, बेईमानी भरा और जनता को धोखा देने वाला ही रहा है।
केंद्रीय गृह मंत्री लगातार यह बयान जारी कर रहे हैं कि जल्द से जल्द नक्सलियों का सफाया किया जाएगा। आपरेशन कगार के तहत बीएसएफ और आइटीबीपी के छह हजार जवानों को बस्तर संभाग के अबूझमाड़ (नारायणपुर जिला) में उतारा गया। इन जवानों के साथ 40 और नए कैंप स्थापित करने वाले हैं। फर्जी मुठभेड़ में आदिवासियों को मारा जा रहा है। यह सब बंद होना चाहिए।