राज्य में 1 नवंबर से धान खरीदी शुरू: 125 लाख टन धान खरीदी का लक्ष्य, सरकार ने बैंको से लिया 22 हजार करोड़ का क्रेडिट लिमिट
रिपोर्टर वीरेन्द्र चौधरी की रिपोर्ट भिलाई दुर्ग से,
रायपुर- 1 नवंबर से पूरे छत्तीसगढ़ में धान खरीदी शुरू हो गई है। इस वर्ष करीब 125 लाख टन धान खरीदी का लक्ष्य है। इसके लिए सरकार ने 22 हजार करोड़ का बैंकों से क्रेडिट लिमिट लिया है।
भारत सरकार ने अबकी किसानों के बायोमेट्रिक के जरिए धान खरीदी करने का निर्देश दिया था, मगर खाद्य सचिव टीपी वर्मा ने कमिश्नरों और कलेक्टरों को पत्र लिखकर कहा है कि बायोमेट्रिक की व्यवस्था करने में वक्त लगेगा, इसलिए बिना बायोमेट्रिक ही धान खरीदी की जाए।
खाद्य विभाग के अफसरों के अनुसार बिना बायोमेट्रिक मशीनों के धान खरीदी के लिए भारत सरकार से अनुमति थोड़े समय के लिए ही मिली। इन मशीनों के सप्लायर कंपनी ने थोड़ा वक्त मांगा है। कंपनी ने 4 नवंबर तक मशीनें खरीदी केंद्रों तक पहुंचा देने की बात कही है। इसी आधार पर भारत सरकार से कुछ दिनों की राहत मांगी गई थी। अफसरों ने बताया कि धान खरीदी के लिए करीब 3 हजार बायोमेट्रिक मशीन की जरुरत है। इसमें 2617 मशीन खरीदी केंद्रों में लगाई जाएगी। बाकी मशीन रिजर्व में रखा जाएगा।
खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में प्रदेश के पंजीकृत किसानों से 01 नवम्बर 2022 से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू होगी। इस वर्ष लगभग 110 लाख मीट्रिक धान का उपार्जन अनुमानित है। समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए राज्य में 25.72 लाख किसानों का एकीकृत किसान पोर्टल में पंजीयन हुआ है, जिसमें लगभग 61 हजार नये किसान है। राज्य में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए 2497 उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं। इस साल किसानों से सामान्य धान 2040 रुपए प्रति क्विंटल धान और ग्रेट ए धान 2060 रुपए क्विंटल दर खरीदा जाएगा।
राज्य में अवैध धान की आवक रोकने तथा संवेदनशील उपार्जन केदो पर निगरानी के लिए नोटल अधिकारी तैनात किया गया है सीमावर्ती समिति पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। अन्य राज्यों से छत्तीसगढ़ में धान का अवैध परिवहन ना हो इसकी रोकथाम के लिए चेक पोस्ट भी बनाया गया है जहां अधिकारियों की टीम मालवाहकों पर विशेष निगरानी रखेगी।