इस जिले में धान की आवक बढ़ने से 55 केंद्रों में लिमिट से अधिक खरीदी,
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार,,,
मिलर्स कहना है कि मांग जब तक पूरी नहीं होती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। खरीदी केंद्रों से धान का उठाव करने मिलर्स राजी नहीं है।
बालोद।बालोद जिले के खरीदी केंद्रों में इन दिनों धान की आवक बढ़ गई है। आने वाले दिनों में आवक और बढ़ेगी, लेकिन डीएमओ ने दो सप्ताह बाद भी धान का परिवहन शुरू नहीं कराया है। इसके कारण जिले के 143 केंद्रों में से 55 केंद्रों में बफर लिमिट से अधिक धान खरीदी हो चुकी है, जिससे केंद्रों में जाम की स्थिति है।
आने वाले सप्ताहभर के भीतर धान का परिवहन नहीं हुआ तो कुछ केंद्रों में धान खरीदी बंद भी हो सकती है। डीएमओ का दावा है कि दिसंबर के प्रथम सप्ताह में धान का परिवहन शुरू हो जाएगा
55 केंद्र की क्षमता 4.55 लाख की, धान खरीद चुके 6 लाख क्विंटल
जिले के 55 धान खरीदी ऐसे हैं, जहां धान रखने की क्षमता 4 लाख 55 हजार है। इन धान खरीदी केंद्रों में 6 लाख 26 हजार क्विंटल धान रखा है। एक सप्ताह के भीतर और भी केंद्रों में बफर लिमिट से अधिक धान खरीदी हो जाएगी।
संग्रहण केंद्र में चल रही साफ-सफाई
जिले में दो साल बाद जिले के धान संग्रहण केंद्रों को फिर से खोला जा रहा है। चार संग्रहण केंद्रों में धान का संग्रहण किया जाएगा, जिसके लिए साफ सफाई, भूसा से धान रखने चबूतरा बनाया जा रहा है। डीएमओ ने कहा कि समय पर काम पूरा हो जाएगा।
धोबनपुरी, फुंडा, जगतरा व चिटौद में होगा धान संग्रहण
जिले में कुल चार धान संग्रहण केंद्र हैं, जिसमें से धोबनपुरी, फुंडा, जगतरा व चिटौद शामिल है। इन संग्रहण केंद्रों में साफ-सफाई के साथ धान की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
मिलर्स अड़े, मांग पूरी होने तक धान का उठाव नहीं
इस बार मिलर्स अपनी मांगों को लेकर अडिग है। मिलर्स को दो वर्षों से कस्टम मिलिंग की लगभग 200 करोड़ की राशि का भुगतान नहीं किया गया है। मिलर्स कहना है कि मांग जब तक पूरी नहीं होती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। खरीदी केंद्रों से धान का उठाव करने मिलर्स राजी नहीं है।
मिलर्स की मांगों पर चर्चा चल रही है
बालोद, डीएमओ, सौरभ भारद्वाज ने जानकारी दी कि मिलर्स की मांगों पर शासन स्तर पर चर्चा चल रही है। खरीदी केंद्रों से धान का परिवहन धान संग्रहण केंद्र के लिए किया जाएगा। जिले के सभी संग्रहण केंद्रों में साफ-सफाई चल रही है।