तेजी से बढ़ रहा चक्रवात दाना, ओडिशा, बंगाल के तटवर्ती इलाके खाली होने शुरू
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने पूर्वानुमान लगाया है कि चक्रवात 100-120 मील प्रति घंटे की रफ्तार से ओडिशा-पश्चिम बंगाल तट से टकराएगा।
पुरी: चक्रवात दाना जैसे जैसे करीब आ रहा है, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटवर्ती इलाकों के लोगों को हटाने का काम तेज हो रहा है। चक्रवात से दोनों राज्यों में मूसलाधार बारिश होगी। 10 लाख से अधिक लोगों को तटवर्ती इलाकों से हटाया जाना है। स्कूल बंद हैं और आपातकालीन सेवाएं हाई अलर्ट पर हैं। चक्रवात के 25 अक्टूबर को तट से टकराने की आशंका है, जिसे लेकर ट्रेनें रद्द करने सहित व्यापक तैयारी शुरू कर दी गई है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने पूर्वानुमान लगाया है कि चक्रवात 100-120 मील प्रति घंटे की रफ्तार से ओडिशा-पश्चिम बंगाल तट से टकराएगा। बंदरगाह पर गार्ड सतर्क हैं और मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है। ओडिशा और पश्चिम बंगाल में संवेदनशील इलाकों को खाली कराने का काम शुरू हो गया और शैक्षणिक संस्थान बंद हैं। ओडिशा ने 3,000 गांवों से 10 लाख से अधिक लोगों को हटाने की योजना बनाई है।
चक्रवात दाना की तैयारी
बचाव कार्यों के लिए ओडिशा में एनडीआरएफ, ओडीआरएएफ और फायर ब्रिगेड को तैनात किया गया है। पश्चिम बंगाल भी तैयारी में है, सात राज्यों में स्कूल बंद हैं। भारतीय तटरक्षक बल ने तत्काल प्रतिक्रिया के लिए जहाजों और विमानों को तैनात किया है। एक अधिकारी ने कहा, “संवेदनशील जिलों में अब तक पांच ओडीआरएएफ टीमें और 178 अग्निशमन सेवा टीमें तैनात की गई हैं, जबकि 20 एनडीआरएफ टीमों में 19 तैनात है और एक रिजर्व में है।
एहतियात के तौर पर 23 से 26 अक्टूबर तक सात जिलों में स्कूल बंद रहेंगे। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि हम कोई जोखिम नहीं लेना चाहते, स्कूलों और कॉलेजों को लोगों को आश्रय देने के लिए खाली रखा गया है। चक्रवात के प्रभाव को देखते हुए हावड़ा-पुरी शताब्दी एक्सप्रेस सहित 150 से अधिक एक्सप्रेस और यात्री ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। राहत शिविर स्थापित किए गए हैं और अधिकारी गर्भवती महिलाओं को अस्पतालों में ले जा रहे हैं।
10 लाख लोगों के राहत शिविरों में विस्थापित होने की संभावना
चक्रवात दाना के आने से पहले लगभग 10 लाख लोगों के राहत शिविरों में विस्थापित होने की संभावना है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक ओडिशा सरकार ने 14 जिलों के 3,000 गांवों से 10 लाख से अधिक लोगों को राहत शिविरों में स्थानांतरित करने की योजना बनाई है। भारतीय तटरक्षक बल ने कहा कि वह हाई अलर्ट पर है और उसने चक्रवात के कारण किसी भी आकस्मिक स्थिति का तुरंत जवाब देने के लिए अपने जहाजों और विमानों को तैनात कर दिया है।