छत्तीसगढ़ में एक साथ नहीं रहेंगे घोटाले के आरोपी: ढेबर, टुटेजा और त्रिपाठी अलग-अलग जेलों में होंगे शिफ्ट, जानें वजह

 छत्तीसगढ़ में एक साथ नहीं रहेंगे घोटाले के आरोपी: ढेबर, टुटेजा और त्रिपाठी अलग-अलग जेलों में होंगे शिफ्ट, जानें वजह

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

यह निर्णय रायपुर जेल में इन आरोपियों के एक साथ रहने से मिली शिकायतों के आधार पर लिया गया, जिसमें यह आरोप लगाया गया था कि वे एक सिंडिकेट चला रहे थे और विशेष सुविधाओं का लाभ उठा रहे थे।

 

रायपुर। छत्तीसगढ़ में आबकारी, कोयला और कस्टम मिलिंग से जुड़े आरोपियों को अलग-अलग जेलों में शिप्ट किया जाएगा। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की विशेष कोर्ट ने इन मामलों में जेल में बंद सभी आरोपियों को राज्य की विभिन्न जेलों में स्थानांतरित करने का आदेश दिया है।

 

यह निर्णय रायपुर जेल में इन आरोपियों के एक साथ रहने से मिली शिकायतों के आधार पर लिया गया, जिसमें यह आरोप लगाया गया था कि वे एक सिंडिकेट चला रहे थे और विशेष सुविधाओं का लाभ उठा रहे थे।

 

 

 

इस मामले में ईडी ने किया था आवेदन

ईडी ने इस मामले में आवेदन किया था, जिसके बाद विशेष कोर्ट ने यह आदेश जारी किया। जानकारी  के अनुसार, शराब घोटाले के आरोपी अनवर ढेबर को अंबिकापुर जेल, अनिल टुटेजा को कांकेर जेल, और एपी त्रिपाठी को जगदलपुर जेल में रखा जाएगा।

 

इसके अलावा, कस्टम मिलिंग के आरोपी और मार्कफेड के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर मनोज सोनी को दंतेवाड़ा जेल और कोयला घोटाले के मुख्य आरोपी सूर्यकांत तिवारी को जगदलपुर जेल में स्थानांतरित किया जाएगा।

 

 

 

इस वजह के चलते लिया गया फैसला

इससे पहले कई बार ऐसे मामले सामने आए हैं, जब विचाराधीन बंदी बीमारी का बहाना बनाकर अस्पताल नहीं, बल्कि होटल में पाए गए। ऐसी गतिविधियों के चलते जेल में भी अनियमितताएं हो रही थीं, जिसके कारण चिंता बढ़ गई थी।

 

 

इन गतिविधियों को रोकने के लिए आरोपियों को अलग किया गया है। पहले से यह जानकारी मिली थी कि जेल में उन्हें अतिरिक्त सुविधाएं दी जा रही थीं। इस संदर्भ में कोई सिंडिकेट न चल सके, इसलिए यह निर्णय लिया गया है।