भिलाई के मंदिर में चोरी से पहले शातिर ने की प्रार्थना फिर दानपेटी से पार कर दिए 60 हजार

 भिलाई के मंदिर में चोरी से पहले शातिर ने की प्रार्थना फिर दानपेटी से पार कर दिए 60 हजार

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

 

भिलाई के सेक्टर-4 स्थित प्रसिद्ध सर्वेश्वर धाम मंदिर में चोरी।

भिलाई के सर्वेश्वर धाम मंदिर में चोर ने चप्पल उतारकर किया प्रवेश।

चोर ने मंदिर के दानपेटी का ताला तोड़कर चुरा लिए 60 हजार रुपये।

भट्ठी पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर शुरू की चोर की पहचान।

 

दुर्ग। छत्‍तीसगढ़ के भिलाई के सेक्टर-4 स्थित प्रसिद्ध सर्वेश्वर धाम मंदिर में चोरी की घटना सामने आई है। चोर ने मंदिर की सात दानपेटियों के ताले तोड़कर लगभग 60 हजार रुपये नकद चुरा लिए। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा हो गया है।

 

 

दरअसल, यह घटना बुधवार-गुरुवार की देर रात, लगभग एक से दो बजे के बीच की है। घटना की जानकारी उस वक्‍त पता चली जब पुजारी भवानी शंकर पाणिग्राही गुरुवार सुबह मंदिर की चाबी लेकर मंदिर खोलने पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि मंदिर की ग्रिल का कुंडा टूटा हुआ था। जब अंदर जाकर देखा गया, तो लोहे के तीन और कांच के चार दानपेटी के ताले टूटे पाए गए, और उनमें रखे करीब 60 हजार रुपये चोरी हो चुके है।

पुजारी ने पुलिस थाने में दर्ज कराई रिपोर्ट

इसके बाद पुजारी ने सबसे पहले इसकी सूचना पुलिस को दी। शिकायतकर्ता भवानी शंकर ने भट्ठी थाना में इस चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार की रात लगभग 9 बजे मंदिर के दरवाजे पर ताला बंद कर चाबी गंगा राम सोनी के पास छोड़ दिया था, जो मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था देखते हैं।

 

CCTV फुटेज में कैद हुआ चोर

मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरों ने इस पूरी चोरी की घटना को रिकॉर्ड कर लिया है। फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि आरोपी चोर पहले मंदिर में चप्पल उतारकर अंदर प्रवेश करता है, फिर भगवान को प्रणाम करता है और इसके बाद बड़ी सहजता से दानपेटियों के ताले तोड़ता है। यह पूरी घटना CCTV में साफ तौर पर कैद हो गई है, जिससे पुलिस को आरोपी की पहचान में मदद मिल सकती है।

 

 

रिपोर्ट के बाद पुलिस ने शुरू की जांच

भट्ठी थाना पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी की पहचान की कोशिश की जा रही है। पुलिस ने दावा किया है, चोर को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। साथ ही, मंदिर के आसपास की सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा करने के भी निर्देश दिए गए हैं, ताकि भविष्य में चोरी की घटना फिर से न हो।