सूरजपुर डबल मर्डर के बाद जमकर बवाल, भीड़ ने आरोपी का घर जलाया, बताया जा रहा NSUI नेता
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में हेड कॉन्स्टेबल की पत्नी और बेटी को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया. इसके बाद शहर में तनाव की स्थिति बनी हुई है. इतना ही नहीं नाराज लोगों ने संदेही के घर को जला दिया है.
सूरजपुर. छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में हेड कॉन्स्टेबल की पत्नी और बेटी की बेरहमी से हत्या कर दी गई. इस डबल मर्डर के बाद शहर में तनाव की स्थिति बनी हुई है. नाराज लोगों ने थाने के सामने धरना दिया और जमकर नारेबाजी की. इतना ही नहीं गुस्साई भीड़ ने हत्या के आरोपी के घर को आग के हवाले कर दिया. घटना के विरोध में शहरवासियों ने इलाके की सारी दुकानों को भी बंद कर दिया है. फिलहाल पूरे शहर और आसपास के इलाके में तनावपूर्व हालात हैं. फिलहाल मौके पर भारी पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है. पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं. पुलिस लगातार लोगों को समझाने की कोशिश कर रही है.
सूरजपुर में हुए डबल मर्डर का आरोप कुलदीप साहू नाम के आदतन बदमाश पर है. वारदात के बाद गुस्साई भीड़ ने संदेही कुलदीप साहू के पुराना बाजार स्थित मकान को आग के हवाले कर दिया. सूत्र बताते हैं कि आरोप कुलदीप साहू एनएसयूआई का पूर्व महासचिव है. घटना की जानकारी मिलते ही एसडीएम जगन्नाथ वर्मा भी मौके पर पहुंचे. उन्होंने लोगों को समझाने की कोशिश की. हालांकि इस दौरान लोगों की एसडीएम से ही झड़प हो गई. फिर एसडीएम ने भागकर अपनी जान बचाई.
पूर्व डिप्टी सीएम ने किया पोस्ट
सूरजपुर में हुए डबल मर्डर के मामले को लेकर छत्तीसगढ़ के पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने सरकार पर निशाना साधा है. अपने सोशल मीडिया पर उन्होंने लिखा कि सभी छत्तीसगढ़ वासी बहुत ही कष्ट के साथ प्रदेश को एक ‘भयावह अपराध प्रदेश’ में तब्दील होते हुए देख रहे हैं. अपराधी निर्भीक हैं जैसे उन्हें या तो प्रशासन का डर नहीं, या उसके समर्थन पर पूरा भरोसा है. सूरजपुर में प्रधान आरक्षक की पत्नी और बेटी की बेरहमी से हत्या ने एक बार फिर सरकार और कानून-व्यवस्था की निष्क्रियता को उजागर किया है. जब एक पुलिसकर्मी के परिवार को इस तरह के खतरे में है, तो आम नागरिकों की सुरक्षा का क्या हाल होगा? सरकार की सुरक्षा व्यवस्था में चूक ने हमारे समाज को एक डरावने भविष्य में धकेल दिया है.
टीएस सिंहदेव ने अपने पोस्ट में लिखा, ‘दुर्दांत अपराधी निर्मम हत्याएं जैसे भयंकर से भयंकर अपराध कर किस प्रकार फरार हो जा रहे हैं – क्यों पुलिस प्रशासन को इतना कमज़ोर कर दिया गया है कि वो स्वयं खतरे में हैं? क्यों लगातार हो रहे अपराध और समाज में फैलते भय के बाद भी सरकार में सुधार की कोई योजना नहीं है? भाजपा सरकार जवाब दे कि आखिर कब तक प्रदेश को ऐसी बर्बरता और अराजकता को सहन करना पड़ेगा? याद रहे हमारे सुरक्षा बल और उनके परिवार भी छत्तीसगढ़ परिवार का हिस्सा हैं – उनके विरुद्ध ऐसे अन्याय और अपराध नाकाबिले बर्दाश्त हैं। अब और खामोशी नहीं.’
सूरजपुर में हुआ क्या था
सूरजपुर के कोतवाली थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक की पत्नी और 11 साल की बेटी की हत्या कर दी गई. दरअसल, रविवार रात कोतवाली के एक आरक्षक पर आदतन बदमाश कुलदीप साहू ने गर्म तेल डालकर जानलेवा हमला किया था. इसकी तलाश में प्रधान आरक्षक तालिब शेख जुटे हुए थे. जब प्रधान आरक्षक अपने घर पहुंचा तो उनकी पत्नी और बेटी घर पर नहीं थे और पूरे घर में खून के निशान थे. फिर सूरजपुर से 7 किलोमीटर दूर पीढ़ा गांव के पास सड़क किनारे उनकी पत्नी और बेटी की लाश मिली थी. दोनों को धारदार हथियार से वार कर मौत के घाट उतारा गया था.