छत्तीसगढ़ में आसमान छू रहे सब्जी के दाम, महंगाई ने बिगाड़ा रसोई का बजट
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
सब्जियां काफी ज्यादा महंगी है। घर का बजट बिगड़ चुका है। आलू प्याज के दाम भी बढ़े हुए हैं कुल मिलाकर कहा जा सकता है सब्जियों के बढ़ते दामों ने रसोई का जायका बिगड़ दिया है।
रायपुर: इन दिनों सब्जी के दामों में आग लगी हुई है। करीब सभी सब्जियां काफी ज्यादा महंगी है। घर का बजट बिगड़ चुका है। आलू प्याज के दाम भी बढ़े हुए हैं कुल मिलाकर कहा जा सकता है सब्जियों के बढ़ते दामों ने रसोई का जायका बिगड़ दिया है। टमाटर जहां 100 किलो हो गया है वही आलू 50 किलो, प्याज 60 किलो पहुंच गया है।
महंगाई अपने चरम सीमा पर पहुंच रही है। टमाटर से लेकर अन्य सभी सब्जियां काफी महंगी हो चुकी है। कोई भी सब्जी 50 रुपए किलो से कम नहीं है। टमाटर, हरी मिर्च, अदरक, परवल, शिमला मिर्च, धनिया, गोभी, बरबटी आदि सभी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। इसकी जगह सूखी सब्जी जैसे चना छोले, मंगोडी, रखिया बड़ी आदि सब्जियों को लोग बनाने के लिए मजबूर हो गए।
भाटापारा नगर में आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाली सब्जियों की आवक बहुत ही कम हो चुकी है बाहर से आने वाली सभी सब्जियां महंगी है और काफी कम मात्रा में भी आ रही है। टमाटर के सुर्ख होने के बाद घरों से टमाटर गायब हो चुका है। टमाटर मुयत बाहर से आता है और अभी काफी कम मात्रा में थोक सब्जी वाले बाहर से टमाटर मंगा रहे हैं। हरी मिर्ची जहां 150 रुपए किलो बिक रही है, वहीं टमाटर भी 100 किलो पार हो चुका है, जबकि अदरक 200 किलो बताया जा रहा है।
इस प्रकार सभी सब्जियां काफी ज्यादा महंगी है। लोगों को महंगाई की मार से काफी ज्यादा जूझना पड़ रहा है। हरी सब्जियों के अतिरिक्त आलू प्याज की मांग बढ़ने के कारण उसके भी भाव में तेजी बनी हुई है। कुल मिलाकर अभी के मौसम में हरी सब्जियां को खरीदने के लिए लोगों को बहुत अधिक पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं।