आसमानी आफत से उफान में आए नदी नाले, दर्जन भर गांव टापू में तब्दील

 आसमानी आफत से उफान में आए नदी नाले, दर्जन भर गांव टापू में तब्दील

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

 

जशपुरनगर: बीते 48 घंटे से हो रही मूसलाधार वर्षा से पूरे जिले में सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। नदी नालो के उफान पर आ जाने से कई गाँवों का सम्पर्क टूट गया है। पुल पुलिया बह जाने से आवागमन भी बुरी तरह से प्रभावित हुई है। जिले क्व बगीचा ब्लाक में सबसे बुरी स्थिति देखने को मिल रही है। यहां का कलिया गांव टापू बनने के कगार पर पहुंच गया है। ग्रामीणों के अनुसार कलिया को बछरांव मार्ग पर राजामुड़ा पुलिया बह जाने से आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है।

ढ़ेगुरजोर नाला भी उफान पर है। कलिया को साहीडांड से जोड़ने वाली सड़क पर स्थित बुटूंगा नाला पर बना रपटा के ऊपर से पानी का बहाव होने से आवागमन बाधित हो गई है। कलिया को बगीचा मार्ग पर सिहारडांड नाला के उफान पर आ जाने से तहसील मुख्यालय से सम्पर्क टूट गया है। आसमान से बरश रही आफत की बारिश से कलिया,बछरांव,बुटूंगा,सिहारडांड सहित दर्जन भर गांव टापू बन गए हैँ। गांव का संपर्क मार्ग बाधित होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बीते तीन दिनों से लोग आवश्यक समान की खरीदी के लिए ना तो बाजार जा पा रहें हैं और ना ही आवश्यक दवाई ही घर तक पहुंच पा रही है। इससे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच जिला प्रशासन ने भारी वर्षा को देखते अधिकारियों और कर्मचारियों की अतिरिक्त ड्युटी लगाई है।

बाढ़ में डूबे सड़क पर दौड़ाई बस –

इस बीच,जिले के सन्ना क्षेत्र से यात्रियों से भरी बस को बाढ़ में डूबे सड़क में लापरवाही पूर्वक दौड़ाए जाने का विडियों इंटरनेट मिडिया में खूब प्रसारित हो रहा है। यह विडियो सन्ना और सोनक्यारी के बीच का बताया जा रहा है। प्रसारित विडियो में देखा जा सकता है कि सड़क पूरी तरह से बाढ़ में डूबी हुई है। इसके बावजूद चालक ने बस में सवार यात्रियों की जान को जोखिम में डालते हुए बस को पूरी गति से दौड़ाते हुए पार कर रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बीते कुछ दिनों से हो रही लगातार वर्षा से सोनक्यारी से सन्ना की ओर जाने वाली सड़क बाढ़ के पानी में डूबी हुई है। सड़क का एक अंश भी दिखाई नहीं पड़ रहा है। ऐसे में यात्रियों से भरे बस को इस तरह लापरवाही से दौड़ाने पर कितनी बड़ी दुर्घटना हो सकती थी,इसका अनुमान लगाया जा सकता है।

 

ईब नदी के उफान में आने से तीन ग्रामीण रात भर फंसे रहे टापू पर

 

तुमला: जंगल में पालतू मवेशी चराने गए तीन ग्रामीण बीते 24 घंटे से ईब और सान नदी के बीच में स्थित टापू में फंसे हुए हैं। घटना जिले के बाबूसाजबहार गांव की है। जानकारी के अनुसार इस गांव के तीन ग्रामीण राजेंद्र राय,सुलेमान एक्का और रिझु लोहार पालतू मवेशियों को लेकर ईब और सान नदी के बीच में स्थित टापू में चराने के लिए गए हुए थे। आसपास के क्षेत्र में लगातार हो रही वर्षा के कारण दोनों नदी उफान पर आ जाने से तीनो ग्रामीण और उनके मवेशी टापू में फंस गए हैं। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि तीनो ग्रामीण बीते 24 घंटे से टापू में फंसे हुए हैं। फरसाबहार के तहसीलदार तोष कुमार ने बताया कि एक स्थानीय ग्रामीण के सहयोग से तीनो ग्रामीणों तक खाने के लिए गुड़ और पोहा पहुंचाया गया है। तुमला के थाना प्रभारी कोमल नेताम ने बताया कि स्थानीय तैराकों की सहायता से फंसे हुए लोगों के लिए भोजन पहुंचाया दिया गया है। उन्होनें बताया कि गुल्लू फाल के बांध का गेट खोले जाने के कारण नदी का जल स्तर बढ़ा है। इसलिए फिलहाल रेस्क्यू अभियान को रोक दिया गया है। टापू में फंसे सभी लोग पूरी तरह से सुरक्षित है।