प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जुड़ी वो 5 घटनाएं जिन्होंने देश-दुनिया में खूब सुर्खियां बटोरी
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
नरेंद्र मोदी ने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1985 से की।
2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला।
नई दिल्ली।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज (मंगलवार) 74वां जन्मदिन है। देश की सत्ता पर तीसरी बार काबिज होने वाले पीएम मोदी की लोकप्रियता जबरदस्त है। वह 2001-14 तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे। अब रिकॉर्ड तीसरी बार प्रधानमंत्री हैं।
लोकसभा चुनाव में तीसरी बार सत्ता हासिल करने के बाद नरेंद्र मोदी बड़े फैसले रहे हैं। अब तक के 10 सालों के कार्यकाल के दौरान उन्हें कई ऐतिहासिल फैसले लिए हैं। आज हम आपको प्रधानमंत्री मोदी से जुड़े 5 बड़े फैसलों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी देश और दुनिया में काफी चर्चा हुई।
इटली की प्रधानमंत्री के साथ सेल्फी
G-7 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी की सेल्फी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। जॉर्जिया द्वारा ली गई फोटो में दोनों मुस्कुराते हुए नजर आते हैं। इस दौरान इटली की पीएम ने नरेंद्र मोदी का नमस्ते कहकर स्वागत भी किया।
जो बाइडेन की मेजबानी की खूब हुई चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पीएम आवास 7 लोक कल्याण मार्ग पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की मेजबानी करने की फोटोज की खूब चर्चा हुई थी। जो बाइडेन पिछले साल जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत आए थे।
संसद भवन में राजदंड सेंगोल
नए संसद भवन के उद्धाटन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के राजदंड सेंगोल को लोकसभा अध्यक्ष की चेयर के पास रखा। उन्होंने सेंगोल के सामने मत्था टेका और पुजारियों से आशीर्वाद भी लिया। इसके बाद सेंगोल को लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी के दाहिनी ओर स्थापित किया गया।
जी-20 शिखर सम्मेलन में भारत लिखा था
नई दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने रखे देश के नाम कार्ड पर इंडिया की जगह भारत लिखा था। सोशल मीडिया पर पीएम मोदी की फोटो काफी वायरल हुई थी।
समुद्र डूबी श्रीकृष्ण की नगरी के किए दर्शन
इस साल फरवरी में पीएम नरेंद्र मोदी ने गुजरात के द्वारका में समुद्र के अंदर गए और श्रीकृष्ण की नगरी के दर्शन किए। उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर लिखा था कि जल में डूबी द्वारका नगरी में प्रार्थना करना बहुत ही दिव्य अनुभव था। मुझे आध्यात्मिक भव्यता और कालतीत भक्ति के एक प्राचीन युग से जुड़ाव महसूस हुआ।