स्वाइन फ्लू के मरीज ने तोड़ा दम, एयर लिफ्ट के दौरान हुई मौत
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
रायपुर में स्वाइन फ्लू मरीज भारतीय देवी खेमानी की एयर लिफ्ट के दौरान मौत हो गई. परिजनों ने एयर एम्बुलेंस की अव्यवस्था पर गंभीर आरोप लगाया.
रायपुर।रायपुर में स्वाइन फ्लू के मरीज भारती देवी खेमानी की एयर लिफ्ट के दौरान मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि एयर एम्बुलेंस में आवश्यक चिकित्सा व्यवस्था की कमी थी, जिससे मरीज की स्थिति बिगड़ी और मौत हो गई. बता दें कि एनएचएमएमआई से हैदराबाद ले जाते समय यह घटना घटी. वहीं, MMI ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एक जांच टीम गठित की है. इस घटना के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया, और एयर एम्बुलेंस की व्यवस्था पर सवाल उठाए.
परिजनों ने लगाया अव्यवस्था का आरोप
मिली जानकारी के अनुसार, रायपुर के लालपुर स्थित एनएचएमएमआई नारायणा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में भर्ती महिला की मौत के बाद बड़ा हंगामा हुआ. महिला के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि उनकी लापरवाही के कारण ही सीधे तौर पर उसकी मौत हुई है. मृतक महिला के बेटे ओम खेमानी ने दावा किया कि उनकी मां की मौत प्राकृतिक कारणों से नहीं हुई बल्कि जानबूझकर मारा गया है. ओम खेमानी के मुताबिक उनकी मां भारती देवी को 2 सितंबर को इलाज के लिए एनएचएमएमआई नारायणा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
बता दें कि अस्पताल ने उन्हें हैदराबाद रेफर कर दिया और अस्पताल परिसर से ही संचालित होने वाली रेड एयर एंबुलेंस के जरिए उनके ट्रांसफर की व्यवस्था की. हालांकि, खेमानी ने बताया कि रायपुर एयरपोर्ट से एयर एंबुलेंस के उड़ान भरने के बाद उसके ऑक्सीजन सप्लाई सिस्टम में खराबी आ गई. ऑक्सीजन की कमी के कारण भारती देवी की हालत तेजी से बिगड़ने लगी. ऑक्सीजन मास्क के लिए बार-बार अनुरोध करने के बावजूद चालक दल ने समस्या को ऊंचाई के कारण बताया और आश्वासन दिया कि इसे जल्द ही ठीक कर लिया जाएगा. थोड़ी देर की सलाह के बाद, एयर एम्बुलेंस रायपुर लौट आई, लेकिन जब तक वह हैदराबाद पहुंची, भारती देवी की अस्पताल वापस जाते समय मौत हो चुकी थी.
खेमानी ने कहा कि एम्बुलेंस में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था. परिवार एनएचएमएमआई नारायण सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल और रेड एयर एम्बुलेंस दोनों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा है, जिसे वे लापरवाही और शोषण का मामला बता रहे हैं. उन्होंने बताया कि उन्होंने एयर एम्बुलेंस सेवा के लिए 6,11,000 रुपये और अस्पताल में इलाज के लिए लगभग 8,00,000 रुपये का भुगतान किया था, लेकिन अस्पताल ने उनकी आपात स्थिति पर ध्यान नहीं दिया. वहीं, जवाब में, एनएचएमएमआई नारायण सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के संकाय निदेशक अजीत कुमार ने अस्पताल की ओर से किसी भी तरह की गलती से इनकार किया. उन्होंने कहा कि मरीज को अस्पताल से सुरक्षित रूप से ट्रांसफर कर दिया गया था, और ऑक्सीजन की समस्या बाद में हुई, जो उनके नियंत्रण से बाहर थी.