नशे की दवा लेने आया हत्यारा, ताक लगाई पुलिस के चढ़ गया हत्थे

 नशे की दवा लेने आया हत्यारा, ताक लगाई पुलिस के चढ़ गया हत्थे

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

 

बिलासपुर: पुराना बस स्टैंड के पास 17 दिन पहले एक नशेड़ी ने युवक के गले को इसलिए रेत किया क्योंकि उसने नशीले इंजेक्शन का पता नहीं बताया। अंधेरे का फायदा उठाकर आरोपित फरार हो गया। गुरुवार को आरोपित नशे की दवा लेने के लिए जिला अस्पताल आया था। यहां पर पहले से उसकी ताक में बैठे जवानों ने दबोच लिया। आरोपित को न्यायालय में पेश किया गया है।

एएसपी उमेश कश्यप ने बताया कि दयालबंद मधुबन के पास रहने वाले राहुल चौहान(29) 25 अगस्त की रात पुराना बस स्टैंड स्थित शराब दुकान के पास थे। इसी दौरान उनका किसी से विवाद हो गया। इसमें अज्ञात व्यक्ति ने शराब की बोतल से हमला कर राहुल की हत्या कर दी। इसकी सूचना पर तारबाहर पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। एसपी रजनेश सिंह ने मौके पर पहुंचकर पूछताछ की। इसके बाद उन्होंने हत्यारे को जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। साथ ही एसीसीयू की टीम को हत्यारे को पकड़ने निर्देश दिए। तारबाहर और एसीसीयू की टीम मौके पर मौजूद लोगों से पूछताछ के बाद हत्यारे की तलाश कर रही थी।

साथ ही आसपास के सीसीटीवी का फुटेज लिया गया। इसमें हत्यारे की स्पष्ट तस्वीर नहीं मिल पा रही थी। इसी बीच पता चला कि हत्यारे का चेहरा सरकंडा के अशोक नगर अटल आवास में रहने वाले दीपक ठाकुर उर्फ बाबा(23) से मिलता है। जवान जब उसे पकड़ने गए तो वह हाथ छुड़ाकर भाग निकला। इसके बाद सरकंडा, तारबाहर और एसीसीयू की टीम लगातार अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर रही थी।

 

इसी दौरान पता चला कि आरोपित नशे का आदी है। वह जिला अस्पताल में इसका इलाज करा रहा है। दवा लेने के लिए वह अक्सर जिला अस्पताल जाता है। इस पर एसीसीयू की टीम उसकी ताक में जिला अस्पताल के आसपास जुटी थी। गुरुवार की सुबह वह दवा लेने के लिए जिला अस्पताल पहुंचा था। इसी दौरान जवानों ने उसे दबोच लिया। पूछताछ के बाद आरोपित को न्यायालय में पेश किया गया है।

 

 

नशे का इंजेक्शन नहीं बताया तो कर दी हत्या

 

आरोपित को गिरफ्तार कर पुलिस की टीम थाने लेकर गई। वहां पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह घटना की रात पुराना बस स्टैंड के पास नशे का इंजेक्शन लेने गया था। रात को उसने राहुल से नशे का इंजेक्शन के संबंध में पूछा। इस पर राहुल ने गाली-गलौज कर उसकी पिटाई कर दी। मारपीट के दौरान शराब की खाली बोतल उसके हाथ लगी। उसने शराब की बोतल तोड़कर राहुल के गले के पास मार दिया। इस हमले में राहुल की मौत हो गई।

 

फरारी के दौरान दो लोगों पर चाकू से किया हमला

 

 

 

हत्या के बाद आरोपित शहर में ही अलग-अलग जगहों पर घूम रहा था। इसी दौरान उसका दो लोगों से सरकंडा क्षेत्र में अलग-अलग जगहों पर विवाद हुआ। इस दौरान उसने दो लोगों पर चाकू से हमला किया। इसकी जानकारी होने के बाद पुलिस की टीम सरकंडा क्षेत्र में सक्रिय हो गई। इधर सरकंडा पुलिस की टीम ने भी उसकी तलाश तेज कर दी। नशे का सामान बिकने वाली जगहों के साथ ही अवैध शराब बेचने वालों पर भी नजर रखी गई। इसके बाद भी वह पुलिस के हाथ नहीं लग रहा था।

 

जहां रात हुई वहीं बना लेता था ठिकाना

 

एसीसीयू के प्रभारी एएसपी अनुज कुमार ने बताया कि आरोपित नशे का आदी है। वह कई दिनों तक अपने घर नहीं जाता है। इसके अलावा वह मोबाइल का भी उपयोग नहीं करता। आरोपित जहां रात होती है वहीं पर सो जाता है। अपना खर्च चलाने के लिए वह भीड़भाड़ वाली शराब दुकानों के आसपास पाकेटमारी करता था। इसके कारण आरोपित को पकड़ने के लिए पुलिस को मशक्कत करनी पड़ रही थी।

 

दो जवानों को बुलाया कोटा से

 

हत्या के मामले की जांच कर रही एसीसीयू और तारबाहर की टीम ने आरोपित की पहचान कर ली। इसके बाद भी वह पकड़ में नहीं आ रहा था। इसके बाद अधिकारियों ने कोटा थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक बलबीर सिंह और आरक्षक सरफराज खान को आरोपित का सुराग लगाने बुलाया। दोनों ने आते ही अपने संपर्क सूत्र से आरोपित के ठिकानों की जानकारी जुटाई। साथ ही उसके मिलने-जुलने वालों का पता लगाया। इसमें पता चला कि आरोपित अक्सर जिला अस्पताल जाता है। इसके बाद दोनों ने उसकी ताक में लग गए। इसमें पुलिस की टीम को सफलता भी मिली।