शिखर शवन ने लिया संन्यास, IPL में भी नहीं आएंगे नजर; क्रिकेट के सभी फॉर्मेट को कहा अलविदा
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
नई दिल्ली।शिखर धवन ने क्रिकेट के तीनों प्रारूपों से संन्यास का एलान कर दिया है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए यह जानकारी साझा की है. उन्होंने क्रिकेट के इस सफर में साथ देने के लिए फैंस का भी धन्यवाद किया. ‘गब्बर’ के नाम से मशहूर धवन ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में भारत के लिए 34 टेस्ट, 167 वनडे और 68 टी20 मैच खेले. अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में उन्होंने 10,000 से अधिक रन बनाए.
शिखर धवन ने अपने X और इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो साझा किया है, जिसमें उन्होंने अपनी रिटायरमेंट का एलान करते हुए कहा, “मेरे जीवन में एक ही मंजिल थी, भारत के लिए खेलना. मैं इस मुकाम को हासिल करने में सफल भी हुआ, जिसके लिए मैं कई लोगों का शुक्रगुजार हूं.” धवन ने सबसे पहले अपने परिवार, फिर बचपन के कोच तारक सिन्हा का भी धन्यवाद किया जिनका अब देहांत हो चुका है. उन्होंने मदन शर्मा का भी आभार जताया, जिनसे उन्हें क्रिकेट के गुर सीखने को मिले. टीम इंडिया के ‘गब्बर’ ने अपने साथी खिलाड़ियों का भी धन्यवाद किया.
As I close this chapter of my cricketing journey, I carry with me countless memories and gratitude. Thank you for the love and support! Jai Hind! 🇮🇳 pic.twitter.com/QKxRH55Lgx
— Shikhar Dhawan (@SDhawan25) August 24, 2024
मैं क्रिकेट से रिटायरमेंट…
शिखर धवन ने कहा, “वो कहते हैं न, कहानी में आगे बढ़ने के लिए पन्ने पलटना जरूरी होता है, बस मैं भी अब ऐसा ही करने जा रहा हूं. मैंने अंतर्राष्ट्रीय और डोमेस्टिक क्रिकेट से भी संन्यास लेना का फैसला कर लिया है. मेरे दिल में सुकून है कि मुझे अपने देश के लिए खूब सारे मैच खेलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. मैं BCCI और फैंस का भी धन्यवाद करता हूं.”
धवन ने आगे यह भी कहा कि उन्हें इस बात का जरा भी दुख नहीं हो रहा है कि वो अब अपने देश के लिए नहीं खेल पाएंगे. बल्कि उन्हें खुशी और गर्व महसूस होता है कि उन्हें इतने लंबे समय तक भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला.
भारत के लिए आखिरी मैच
शिखर धवन ने आखिरी बार साल 2022 में बांग्लादेश के खिलाफ एक वनडे मैच खेलते हुए भारत का प्रतिनिधित्व किया था. दुर्भाग्यवश धवन अपनी आखिरी पारी में कुछ खास कमाल नहीं कर पाए क्योंकि उसमें उन्होंने 8 गेंद में सिर्फ 3 रन बनाए थे. ये वही मैच था, जिसमें ईशान किशन ने 131 गेंद में 210 रन की ऐतिहासिक पारी खेली थी. भारत ने उस मैच को 227 रनों के विशाल अंतर से जीता था.