रेसलर विनेश फोगाट की अपील पर आया फैसला, नहीं मिलेगा सिल्वर मेडल
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
विनेश फोगाट की अपील पर CAS का फैसला आ गया है। विनेश की याचिका को खारिज कर दिया गया है। इसका मतलब है कि महिला रेसलर को सिल्वर मेडल नहीं दिया जाएगा। इस फैसले से विनेश ही नहीं 140 करोड़ भारतीयों को करारा झटका लगा है।
नई दिल्ली।विनेश फोगाट मामले पर CAS का बड़ा फैसला आया है। पेरिस ओलंपिक में अयोग्य घोषित होने के बाद विनेश ने इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (सीएएस) में सिल्वर मेडल दिए जाने को लेकर अपील दायर की थी जिस पर अब फैसला आ गया है। दरअसल, CAS ने विनेश की अपील को खारिज कर दिया है। इसके साथ ही भारतीय महिला रेसलर का ओलंपिक मेडल जीतने का सपना टूट गया है।
भारतीय महिला रेसलर विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक 2024 में 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल गोल्ड मेडल मैच से ठीक 100 ग्राम वजन ज्यादा होने के कारण अयोग्य करार दे दिया गया था। इस फैसले के बाद जहां भारतीय ओलंपिक संघ ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई थी तो वहीं विनेश भी काफी निराश हुईं। विनेश फोगाट ने इस फैसले को लेकर कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) अपील की थी कि उन्हें कम से कम सिल्वर मेडल दिया जाए जिस पर अब सीएएस का फैसला आ गया है और उन्होंने विनेश फोगाट की इस अपील को खारिज करने के साथ सिल्वर मेडल भी देने से मना कर दिया है।
IOA ने फैसले पर जताई निराशा
CAS के इस फैसले से भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पीटी उषा ने निराशा व्यक्त की है। आईओए का मानना है कि दो दिनों में से दूसरे दिन वजन के उल्लंघन के लिए एथलीट को पूरी तरह से अयोग्य घोषित करना गहन जांच का विषय है। भारत की तरफ से कानूनी प्रतिनिधियों ने CAS के सामने इस बात को सही से रखा था। आईओए ने अपने बयान में कहा है कि सीएएस का फैसला आने के बाद भी आईओए फोगाट के पूर्ण समर्थन में खड़ा है और आगे के कानूनी विकल्पों की तलाश कर रहा है। आईओए यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि विनेश के मामले की सुनवाई हो। IOA खेलों में न्याय और निष्पक्षता की वकालत करना जारी रखेगा, यह सुनिश्चित करते हुए कि एथलीटों और खेल जगत में सभी के अधिकार और सम्मान को हर समय बरकरार रखा जाए।
विनेश फोगाट ने किया था संन्यास का ऐलान
पेरिस ओलंपिक 2024 में विनेश फोगाट ने जब गोल्ड मेडल मैच में अपनी जगह पक्का की थी तब वह भारत की पहली महिला रेसलर बनीं थीं जिन्होंने ओलंपिक के इतिहास में रेसलिंग के फाइनल में जगह बनाई थी। हालांकि मेडल मैच की सुबह जब उनका वजन मापा गया तो वह तय सीमा से 100 ग्राम अधिक निकला जिसके चलते भारतीय रेसलर को अयोग्य करार दे दिया गया। इससे निराश होकर विनेश ने कुश्ती को अलविदा कह दिया था।