विनेश फोगाट ने कुश्ती से लिया संन्यास, सिल्वर मेडल मिलेगा या नहीं, फैसला 11.30 बजे… रजत विजेता जैसा सम्मान-सुविधाएं देगी हरियाणा सरकार

 विनेश फोगाट ने कुश्ती से लिया संन्यास, सिल्वर मेडल मिलेगा या नहीं, फैसला 11.30 बजे… रजत विजेता जैसा सम्मान-सुविधाएं देगी हरियाणा सरकार

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

अयोग्य ठहराए जाने के बाद विनेश की तबीयत बिगड़ गई थी और उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।

 

 

विनेश ने पहले दौर में विश्व की नंबर वन जापान की यूई सुसाकी को हराया था

फिर क्वार्टर फाइनल में यूक्रेन की ओसाना लिवाक को हराकर तहलका मचाया

सेमीफाइनल में क्यूबा की लोपेज गजमैन को हराकर फाइनल में जगह बनाई थी

 

नई दिल्ली । विनेश फोगाट ने ओलंपिक से अयोग्य घोषित किए जाने के कुछ घंटों बाद ही कुश्ती से संन्यास का एलान कर दिया है। विनेश ने एक्स पोस्ट के जरिए यह घोषणा की। इस बीच, पेरिस ओलंपिक 2024 के 50 किलो भार वर्ग कुश्ती मुकाबले में फाइनल में पहुंचने पर विनेश को सिल्वर मेडल मिलेगा या नहीं, इस पर खेल पंचाट यानी कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (सीएएस) का फैसला आज 11.30 बजे होगा।

 

 

विनेश ने एक्स पर लिखा- मां, कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना। आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024। आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी।

 

क्या विनेश फोगाट को मिलेगा सिल्वर मेडल?

विनेश फोगाट ने अयोग्यता के खिलाफ कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (सीएएस) में अपील की है। विनेश ने सेमीफाइनल मुकाबला 5-0 के अंतर से जीता था और ओलंपिक में फाइनल के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनी थीं।

 

विनेश फोगाट और भारत की ओर से सीएएस में की गई अपील में कहा गया है कि उन्हें सिल्वर मेडल दिया जाए। CAS ने अपना अंतिम फैसला देने के लिए गुरुवार, 8 अगस्त की सुबह तक का समय मांगा है। यदि सीएएस का फैसला विनेश के पक्ष में आता है, तो आईओसी को विनेश को रजत पदक देना होगा।

 

 

हरियाणा के सीएम ने विनेश फोगाट पर किया बड़ा एलान

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने विनेश फोगाट पर बड़ा फैसला लिया है। इसके अनुसार, विनेश फोगाट को ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले खिलाड़ी को मिलने वाला सम्मान, ईनाम और सुविधाएं दी जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा, हमारे लिए विनेश फोगाट एक चैंपियन हैं और उन पर पूरे भारत को गर्व है।