समूह से बिछड़कर छाता जंगल पहुंचा हाथी
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
बलौदा: एक हाथी अपने झुंड से बिछड़कर कोरबा जिले से जांजगीर-चांपा जिले के बलौदा क्षेत्र में आ गया है। देर शाम यह हाथी छाता जंगल के आसपास दिखा है। आसपास के गांवों में मुनादी कराकर लोगों को सजग रहने को कहा गया है। इधर हाथी आने की खबर से क्षेत्र में डर का वातावरण है।
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह हाथी हसदेव नदी पार कर बलौदा ब्लाक के ग्राम गतवा, कण्डरा के जंगल से यहां आया है। मंगलवार की सुबह ग्रामीणों ने इसे देखा और इसकी सूचना वन विभाग को दी गई। वन विभाग ने आसपास के गांव डोंगी पेंड्री, लेवई, कुरमा, बगडबरी, खिसोरा और पंतोरा में मुनादी कराकर ग्रामीणों को सचेत रहने की चेतावनी दी है। इधर जंगल से हाथी आने से ग्रामीण डरे हुए हैं। वन विभाग बलौदा परिक्षेत्र के रेंजर सी आर राठिया ने बताया कि वन विभाग की टीम पूरी तैयारी के साथ डटी हुई है कि हाथी फिर से कोरबा जिले के जंगल की ओर लौट जाए। डिप्टी रेंजर आर के बिंझवार ने बताया कि हाथी अपने समूह से बिछड़कर भटक गया है। वह सोमवार की रात ही बलौदा क्षेत्र के जंगल में आया है। मंगलवार की सुबह उसे ग्रामीणों ने ग्राम गतवा के जंगल में देखा। खेत में उसके पांव के निशान भी दिखे। पांवों के निशान के अनुसार हाथी रात में भारत माला सड़क पार कर छाता जंगल के डोंगीपेंड्री की ओर गया था। शाम 7 बजे हाथी सड़क किनारे छाता जंगल के चौराहे के पास दिखा। वन विभाग की टीम उस पर नजर रख रही है रात में भी निगरानी करेंगे।
हाथी देखने व सेल्फी लेने से बचें
वन विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों से आग्रह किया है कि वे हाथी देखने न जाएं।कई लोग सेल्फी भी लेने पहुंच जाते हैं इससे जान को खतरा हो सकता है। इसलिए हाथी के पास जाने व सेल्फी लेने से बचने की सलाह दी गई है।
गांवों में घुसा तो खतरा
हाथी वर्तमान में जिस छाता जंगल में है अगर वहां से वह कोरबा जिले की ओर नहीं बढ़ा और किसी गांव में घुस गया तो अनहोनी हो सकती है। आसपास चारों दिशाओं में तीन से छह किमी की दूरी पर गांव हैं और यहां के ग्रामीण दहशत में हैं।