सांसद बनते ही बृजमोहन अग्रवाल ने दिया इस्तीफा, जानिए इसके पीछे की वजह
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
रायपुर: रायपुर लोकसभा से सांसद निर्वाचित होने के बाद बृजमोहन अग्रवाल ने अपनी विधायकी से त्याग पत्र दे दिया है। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष डा रमन सिंह को अपना इस्तीफा सौंपा, जिसे डा रमन ने स्वीकार किया। इस दौरान बृजमाेहन अग्रवाल के साथ विधायक अजय चंद्राकर, अनुज शर्मा, पुरंदर मिश्रा, गुरु खुशवंत, इंद्रजीत साहू और राजेश मूणत सहित पूर्व सांसद सुनील सोनी व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेम प्रकाश पाण्डेय भी शामिल रहे।
वहीं, बृजमोहन के विधायकी पद से इस्तीफा देने के बाद भी संविधान के अनुसार उनका मंत्री पद छह महीने तक बना रह सकता है। लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री अपनी सुविधानुसार उन्हें कभी भी मंत्री पद से मुक्त कर सकते हैं। वहीं, उनके इस्तीफे के बाद अब दक्षिण विधानसभा में उपचुनाव से लेकर मंत्री पद के लिए भी दावेदारियों का दौर शुरू हो गया है।
दक्षिण विधानसभा के लिए तो अभी से ही भाजपा से लेकर कांग्रेस दोनों ही पार्टियों में प्रत्याशी अपनी-अपनी दावेदारी आला कमान के सामने पेश कर रहे हैं। इसी बीच त्याग पत्र देने के बाद बृजमोहन ने कहा कि जिम्मेदारियां बढ़ती हैं, तो बहुत कुछ छोड़ना भी पड़ता है। अब नई ऊर्जा के साथ रायपुर लोकसभा और छत्तीसगढ़ के लिए काम करूंगा। अपनी जनता के लिए जैसे उनका मोहन था, आगे भी वैसा ही उनका मोहन रहेगा।