इस रूट पर ट्रेनों के रद होने का सिलसिला जारी, ब्‍लॉक पर ब्‍लॉक से यात्री हो रहे परेशान

 इस रूट पर ट्रेनों के रद होने का सिलसिला जारी, ब्‍लॉक पर ब्‍लॉक से यात्री हो रहे परेशान

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

 

ट्रेनों के रद होने का सिलसिला जारी,

50 ट्रेनें रद होने से यात्रियों की मुसीबत बढ़ी

ब्लाक पर ब्लाक से यात्री हो रहे परेशान

 

 

रायपुर। रायपुर से गुजरने वाली एक्सप्रेस ट्रेनों के रद होने का सिलसिला थम नहीं रहा है। सेवाओं और सुविधाओं में विस्तार का हवाला देकर रेलवे ने छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली 50 ट्रेनों को एक बार फिर से रद कर यात्रियों की परेशानी बढ़ा दी है। रद ट्रेनें 19 जून से 10 जुलाई तक अलग-अलग दिनों में नहीं चलेंगी।

इसकी वजह से कोलकाता, बिहार, दिल्ली, पंजाब,राजस्थान, मध्य प्रदेश आदि राज्यों में जाने वाले यात्रियों की एक बार फिर से मुसीबत बढ़ गई है। रेलवे के ब्लाक पर ब्लाक के चलते यात्रियों की परेशानी बढ़ रही है। दरअसल बिलासपुर और भोपाल मंडल में नई पटरियों के दोहरीकरण और नई रेलवे लाइन को जोड़ना प्रस्तावित है। इसकी वजह से 50 से ज्यादा ट्रेनें अचानक से रेलवे ने रद कर दिया, जबकि कई ट्रेनों को देर से और कई ट्रेनों को बीच में समाप्त कर करने की घोषणा की है।

चिलचिलाती गर्मी में रेलवे के ब्लाक से यात्री परेशान

चिलचिलाती गर्मी में रेलवे के ब्लाक से हजारों यात्रियों को रोज परेशानी झेलनी पड़ रही है। ट्रेनें रद होने के बीच जो ट्रेने चल रही है, वह भी घंटों लेटलतीफी की शिकार है, इसके कारण यात्री जैसे-तैसे सफर करने को विवश हैं। आलम यह है कि रायपुर रेलवे स्टेशन में प्लेटफार्म से लेकर वेटिंग हाल की फर्श भी यात्रियों के बैठने के लिए कम पड़ने लगी है। वातानुकूलित प्रतीक्षालय की भी यही हालत है। समय पर ट्रेनों के आने और जाने का ठिकाना न होने से पिछले कई महीने से यात्री परेशान है। ज्यादातर एक्सप्रेस ट्रेनें छह से सात घंटे देरी से स्टेशन पहुंच रही है।

दो से तीन महीने पहले टिकट बुक फिर भी राहत नहीं

अधिकारियों के मुताबिक कटनी रेलवे लाइन के ब्लाक की वजह से गोंदिया-बरौनी एक्सप्रेस का मार्ग बदला है। इस ट्रेन को रेलवे बालाघाट, जबलपुर, कटनी के रास्ते चला रहा है, जबकि ब्लाक लगने से पहले यह ट्रेन दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर होकर चलती रही है। ऐसे में जिन यात्रियों ने दो से तीन महीने पहले से रिजर्वेशन करा रखे हैं, उन्हें इस ट्रेन को पकड़ने के लिए गोंदिया स्टेशन तक अतिरिक्त सफर करना पड़ रहा है।

इसी तरह बरौनी से आने वाली यह ट्रेन कटनी, जबलपुर होकर गोंदिया पहुंचती है।जब सैकड़ों यात्री ट्रेन से उतरते हैं, तो उन्हें रायपुर तरफ आने में भारी परेशानी झेलनी पड़ती है,क्योंकि सभी ट्रेनें पूरी तरह से पहले से ही पैक चल रही हैं,ऐसे में नागपुर तरफ से आने वाली ट्रेनों में उन्हें बैठने तक की जगह नहीं मिल रही है।

 

हमसफर एक्सप्रेस में अतिरिक्त कोच

यात्रियों की लगातार आवाजाही को देखते हुए ट्रेन नंबर 20917/20918 इंदौर-पुरी-इंदौर हमसफर एक्सप्रेस में एक एसी-3 कोच और एक स्लीपर कोच अस्थायी रूप से लगाकर रेलवे ने यात्रियों को राहत देने की कोशिश की है।यात्रियों को यह सुविधा इंदौर तरफ से मंगलवार 18 जून को और पुरी तरफ से 20 जून को मिलेगी।

 

यह ट्रेन रायपुर, दुर्ग,नागपुर के रास्ते चलती है। वहीं सीएसएमटी-गुवाहाटी बीच एक फेरे के लिए शनिवार को स्पेशल ट्रेन नंबर 01097 सीएसएमटी से रवाना की गई थी। इस गाड़ी लगेज चढ़ाने और उतारने के लिए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के गोंदिया, रायपुर, बिलासपुर एवं रायगढ़ स्टेशनों में ठहराव दिया था।

 

पांच लाख से अधिक का टिकट रिफंड

 

रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि भोपाल रेल मंडल के मालखेड़ी-महादेवखेड़ी रेलवे स्टेशनों के बीच दोहरीकरण के लिए नान इंटरलाकिंग कार्य शुरू किया गया है। इसके कारण 10 जुलाई तक अलग-अलग तारीख में ट्रेनें रद की गई है। यह कार्य के पूरा होते ही ट्रेनों की गति में तेजी आएगी। इसके अलावा बिलासपुर मंडल के कोतरलिया रेलवे स्टेशन के डाउन ग्रिड को राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम तलाईपल्ली माइंस लाइन से जोड़ने का कार्य किया जाएगा। यह नान इंटरलाकिंग 22 से 30 जून तक किया जा रहा है। अब तक पांच लाख रुपये से अधिक का रिफंड यात्रियों को किया जा चुका है।