मध्यांचल ग्रामीण बैंक में नकाबपोशों ने 42 लाख लूटे, 8 घंटे में ही पुलिस ने पकड़े तीन लुटेरे

 मध्यांचल ग्रामीण बैंक में नकाबपोशों ने 42 लाख लूटे, 8 घंटे में ही पुलिस ने पकड़े तीन लुटेरे

राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी

 

 

 

मामले में पुलिस को शुरू से ही बैंक के गार्ड पर शक था।

घटना के दौरान बैंक में सभी कर्मचारी अधिकारी जा चुके थे।

मंगलवार की रात्रि की घटना, बैंक में मौजूद था सिर्फ गार्ड।

 

 

दमोह। जिले के मगरोन थाना अंतर्गत ग्राम फतेहपुर की मध्यांचल ग्रामीण बैंक की शाखा से मंगलवार की रात्रि 42 लाख रुपये की लूट को अंजाम दिया। पुलिस ने 8 घंटे में ही पांच में तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर 42 लाख रुपये जब्‍त किए। इस घटना में बैंक की चौकीदार के ही शामिल होने के उपरांत अन्य लोगों के भी भूमिका की जांच की जा रही है। दो की तलाश जा रही है।

घटना के दौरान बैंक में सभी कर्मचारी अधिकारी जा चुके थे

मध्यांचल ग्रामीण बैंक की शाखा में पांच नकाबपोश लुटेरे ने इस घटना को अंजाम दिया। घटना के दौरान बैंक में सभी कर्मचारी अधिकारी जा चुके थे। बैंक में केवल गार्ड ही मौजूद था। इन नकाबपोशों ने इस घटना को उस समय अंजाम दिया गया जब सभी बैंक कर्मचारी बैंक शाखा को बंद कर अपने घर चले गए थे।

 

बैंक में कोई भी स्थाई गार्ड पदस्थ नहीं था

फतेहपुर निवासी रोहित विश्वकर्मा उम्र 25 वर्ष को चौकीदार के रूप में पदस्थ किया गया था, जो दिन में चपरासी का काम भी करता था। लुटेरों ने रोहित पर चाकू से हमला भी किया जिससे उसके सीने में के आसपास चोट के निशान भी आए हैं। घायल रोहित को हटा के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

कुछ बैंक स्टाफ को भी हिरासत में लिया

फतेहपुर पुलिस द्वारा लूट के मामले में बैंक की चपरासी रोहित विश्वकर्मा और कुछ बैंक स्टाफ को भी हिरासत में लिया है। मंगलवार को बैंक के मैनेजर के अवकाश पर रहने के चलते अन्य कर्मचारियों को इस मामले में पुलिस ने तलब किया है। वहीं जांच के दौरान बैंक के बाहर 100-100 के नोट की दो गड्डियां और बैंक के अंदर 10-10 के नोट की तीन गड्डियां भी पड़ी हुई मिली हैं। इस मामले में घटना की जानकारी लगते ही सागर जोन के आइजी, डीआइजी सहित अन्य अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंच गए थे।

मामले में पुलिस को शुरू से ही बैंक के गार्ड पर शक था

पुलिस अधीक्षक श्रुति कीर्ति सोमवंशी ने बताया कि पुलिस को शुरू से ही बैंक के गार्ड पर शक हो रहा था। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने बताया कि अपने गांव के ही दो अन्य साथियों से मिलकर इस घटना को अंजाम दिया और स्वयं को घायल किया, जिससे कि यह साबित हो सके कि मारपीट कर घायल किया गया है।

 

पांच आरोपितों में तीन गिरफ्तार, दो की तलाश जा रही है

सोमवंशी ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में गंभीरता से जांच करते हुए शीघ्र ही घटना में शामिल पांच आरोपितों में से तीन को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि दो की तलाश जा रही है। घटना के तत्काल बाद हटा और पथरिया एसडीओपी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था जिसमें साइबर सेल की टीम के विशेष प्रयासों से पुलिस ने इस सफलता को हासिल किया है। घटना की जानकारी लगते ही सागर डीआईजी सहित पुलिस के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंच गए थे।