अमरनाथ बाबा बर्फानी की यात्रा के लिए श्रद्धालुओं में गजब का उत्साह, यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए अच्छी खबर
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
अमरनाथ यात्रा इस साल 29 जून से प्रारंभ होकर 19 अगस्त तक जारी रहेगी। पहलगाम व बालटाल मार्ग से यात्रा।
न्यायधानी के पीएनबी सदर बाजार शाखा में पंजीयन। यात्रा के दौरान निम्न सावधानी रखें
75 वर्ष से अधिक व गर्भवती को अनुमति नहीं।
बिलासपुर। अमरनाथ यात्रा बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं में गजब का उत्साह नजर आ रहा है। इस साल 29 जून से यात्रा प्रारंभ होगी। प्रतिवर्ष की भांति इस साल भी शहर के सदर बाजार स्थित पंजाब नैशनल बैंक शाखा में पंजीयन प्रारंभ हो चुका है। सबसे अच्छी बात इस साल एक हजार श्रद्धालुओं के लिए अधिक पंजीयन होगा।
अमरनाथ यात्रा इस साल 29 जून से प्रारंभ होकर 19 अगस्त तक जारी रहेगी। शहर के सदर बाजार स्थित पंजाब नेशनल बैंक शाखा को पंजीयन के लिए अधिकृत किया गया है। पंजीयन प्रभारी रितेश सिंह के मुताबिक बैंक के अलावा आनलाइन भी व्यवस्था है। पिछले साल 3100 श्रद्धालुओं की संख्या तय थी इस बार एक हजार और बढ़ा दिया गया है। खबर है कि 10 जून तक सभी तैयारियां पूरी कर यात्री निवास सुरक्षाबलों के हवाले कर दिया जाएगा। दो मंजिला इस यात्री निवास में कुल पांच बड़े हाल है जहां 1800 श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था होगी। इसके अलावा प्रांगण में एक प्री-फेब्रीकेटिड शेड बनाया गया है। यात्रा बढ़ जाने पर यहां भी जरूरत पड़ने पर 200 श्रद्धालु रात बिता सकते हैं। 13 वर्ष से कम या 75 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के बुजुर्ग और छह हफ्ते की गर्भवती महिलाओं को भी यात्रा की अनुमति नहीं होगी।
पहलगाम व बालटाल मार्ग से यात्रा
अमरनाथ जी की यात्रा एक कठिन यात्रा हैं। जो बहुत ही दुर्गम पहाड़ी रास्तों से होकर गुजरती है। पवित्र गुफा हिमालय पर्वत के दक्षिण कश्मीर में 13500 फुट की ऊंचाई पर स्थित है तथा यहां पहुंचने के लिए 14500 फुट तक के रास्तों दर्रो को पार करना पड़ता है। इतनी अधिक ऊंचाई होने के कारण यात्रा मार्ग तथा पवित्र गुफा में आक्सीजन की मात्रा मैदानी इलाकों की तुलना में काफी कम मात्रा में उपलब्ध होती है। यात्रा मार्ग में मौसम अचानक वर्षा और हिमपात में बदल सकता है और तापमान अचानक पांच डिग्री सेल्सियस से भी नीचे आ सकता है। गुफा तक पहुंचने दो रास्ते हैं। पहला पहलगाम मार्ग 32 किलोमीटर की दूरी दूसरा बालटाल मार्ग 14 किलोमीटर की दूरी पर है।
यात्रा के दौरान निम्न सावधानी रखें
1 अपने साथ ऊनी कपड़े एक छोटी छतरी, विंड चीटर, बरसाती, बरसाती जूते, जैकेट, ऊनी जुराबें (मोजे) रखें।
2 अपनी जेब में पहचान पत्र के साथ एक पर्ची रखें जिसमें आपका नाम पता मोबाइल नंबर लिखा होगा तथा साथ में यात्रा परची भी रखें।
3 हमेशा अपने सहयोगी साथियों के साथ ही चलें।
4 किसी भी आपातकालीन स्थिति में निकटतम कैंप, डायरेक्टर, पुलिस कंट्रोल रूम अथवा संवाद केंद्र में संपर्क करें।
5 कृपया पर्यावरण का विशेष ध्यान रखें तथा प्लास्टिक का प्रयोग ना करें।
6 यात्रा शुरू करने के लिए दोमेल तथा चंदनवाड़ी के एक्सेस कंट्रोल गेट केवल प्रातः 5:00 बजे से 11:00 बजे तक ही खुले रहेंगे। इसके बाद किसी भी यात्री को यात्रा की अनुमति नहीं होगी।
7 यात्रा मार्ग पर अन्य प्रदेशों के केवल बीएसएनल के पोस्टपेड सिम ही चलते हैं अन्य बीएसएनल की पूर्व सक्रिय प्रीएक्टीवेटेड सीम लखनपुर, यात्री निवास भगवती नगर, जम्मू, बालटाल, पहलगाम बेस कैंप से लेना सुनिश्चित करें। किसी भी अन्य राज्य के प्रीपेड सिम जम्मू कश्मीर तथा यात्रा मार्ग में नहीं चलेंगे।
8 यात्रा क्षेत्र में निःशुल्क भंडारे उपलब्ध हैं।
यात्रा के दौरान यह ना करें
1 महिलाएं साड़ी के बजाय सलवार कमीज ट्रैक सूट में ज्यादा आरामदेह रहेंगे। 6 सप्ताह से अधिक की गर्भवती महिलाओं की यात्रा वर्जित है।
2 नंगे पांव, खाली पेट, बिना ऊनी कपड़ों के यात्रा बिलकुल ना करें। तीन रास्ते की कठोर प्रकृति को देखते हुए 13 वर्ष से कम के बच्चे तथा 70 वर्ष से अधिक के बुजुर्ग के लिए यात्रा वर्जित होगी।
4 मार्ग में छोटे रास्ते के प्रयोग की कोशिश ना करें ऐसा करना खतरनाक हो सकता है। ऐसे स्थान पर जहां चेतावनी चिन्ह लगे हो ना रुके।
5 पवित्र गुफा में दर्शन के दौरान कृपया उसके चुन्नी लोटा या अन्य वस्तुएं पवित्र शिवलिंग की तरफ न फेंके। पवित्र मन से दर्शन का आनंद लेवे।