सुसाइड से पहले युवा व्यापारी ने लिखा नोट, ‘ऐसे दलदल में फंस गया हूं..जहां से वापस आना मुश्किल है’
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
बहुत देर होने पर मृतक के भाई ने मोबाइल पर उसे दुकान जल्दी आने के लिए मोबाइल लगाया। परंतु मोबाइल पर कोई रिस्पांस नहीं मिला। जिसके बाद युवक की तलाश शुरू की गई।
कांकेर भानुप्रतापपुर। भानुप्रतापपुर शहर के युवा व्यापारी चिराग शर्मा ने आज सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। भानुप्रतापपुर से 3 किलोमीटर दूर मृतक का शव पेड़ पर लटका हुआ था। जिसके पास से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें लिखा था कि ‘ऐसे दलदल में फंस गया हूं..जहां से निकलना मुश्किल हैं’।
मिली जानकारी के अनुसार युवा व्यापारी चिराग शर्मा आत्महत्या के पहले मृतक अपनी दुकान आया था, दुकान खोलने के बाद किसी ग्राहक का सामान छोड़ने भी गया था। उसके बाद वापस दुकान नहीं लौटा। बहुत देर होने पर मृतक के भाई ने मोबाइल पर उसे दुकान जल्दी आने के लिए मोबाइल लगाया। परंतु मोबाइल पर कोई रिस्पांस नहीं मिला। जिसके बाद युवक की तलाश शुरू की गई।
भानुप्रतापपुर से 3 किलोमीटर दूर ग्राम देव दरहा के पास मृतक की स्कूटी मिली। कुछ दूर में ही पेड़ पर फांसी में लटका का शव देखा गया। मृतक का भानुप्रतापपुर के मुख्य चौक में ही दुकान है जिसका वह संचालक था। उसकी जेब से एक पत्र मिला है जिसमें लिखा है कि ‘ऐसे दलदल में फस गया हूं, जहां से वापस आना मुश्किल है।
अब दलदल की बात को लेकर पुलिस विभाग जांच में जुटी हुई है। वहीं कांकेर एसपी ने कहा कि कर्ज या सट्टा या और कोई मामला सभी पहलुओं के तरफ ध्यान देकर जांच की जा रहा है। जांच में यदि कोई बात सामने आती है तो निश्चित ही कार्यवाही की जाएगी।
ज्ञात हो कि भानुप्रतापपुर व दुर्गुकोंदल सटोरियों का सेफ जोन बन चुका है और क्षेत्र के युवाओं का अपने जाल में फंसा चुके हैं, क्षेत्र के कई युवा सट्टेबाजी में लाखों रुपए तक हार चुके हैं। पुलिस विभाग द्वारा सट्टे के कारोबार को लेकर अब तक कोई बड़ी कार्यवाही नहीं की गई है। छोटे प्यादों को पकड़कर पुलिस हमेशा अपनी पीठ थपथपाती रही है। लेकिन नगर के बड़े सट्टे के खाईवाल आज भी बड़े पैमाने में सट्टेबाजी का कारोबार कर रहे हैं।