सोना-चांदी के लालच में नशेड़ी ने शिवलिंग उखाड़ा, गिरफ्तार
राज्य ब्यूरो मोहम्मद आसिफ खान संपादक बीरेंद्र कुमार चौधरी
बिलासपुर, ,सीपत क्षेत्र में जलहरी से शिवलिंग उखाड़ने के मामले में पुलिस ने एक नशेड़ी युवक को पकड़ा है। उसने सोने-चांदी के खोज में शिवलिंग को उखाड़ दिया था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही से दो शिवलिंग नदी से खोज निकाला है। आरोपित को खोजने के लिए एसीसीयू और सीपत पुलिस की टीम ने गांव में कैम्प लगाकर पड़ताल की, तब वह पकड़ा गया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, सीपत के सेलर निवासी सुरेश भार्गव के शिव मंदिर में पिछले दिनों किसी चोर ने शिवलिंग उखाड़ दिया था, जिसकी पुलिस से शिकायत की गई थी। पुलिस अपराध दर्ज कर इसकी जांच करती रही। इस बीच एसीसीयू और सीपत पुलिस इस मामले को सुलझाने के लिए संदेहियों से पूछताछ करती रही और सीसीटीवी फुटेज खंगाला। जांच में पुलिस ने सेलर निवासी रविराज साहू पिता राजकुमार (25) को पकड़ा। कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने सोने-चांदी के लालच में शिवलिंग उखाड़ने और फिर उसे नदी में फेंकने की बात कबूली। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया, साथ ही नदी से दो शिवलिंग खोज निकाले। जिसे नशेड़ी युवक ने नदी में फेंक दिया था। इस पूरी कार्रवाई में एसीसीयू, सीपत पुलिस और डीएसबी शाखा के जवानों की अहम भूमिका रही।
24 घंटे नशे में, किसी ने कहा था कि रहता है सोना-चांदी-
आरोपित से जब पुलिस पूछताछ कर रही थी तब मालूम हुआ कि आरोपी रविराज चौबीसों घंटे नशे में धुत्त रहता है। उसे किसी ने बात ही बात में कह दिया था कि मंदिर या शिवलिंग के प्रतिष्ठान के समय नीचे सोने-चांदी के नाग-नागिन व अन्य चीजें दबाई जाती हैं। यह बात उसके दिमाग में बैठी हुई थी और वह नशे के लिए सोने-चांदी खोजते हुए शिवलिंग को उनके स्थान से हटा दिया था।
मिली जानकारी के मुताबिक, नशेड़ी आरोपित और उसके साथी इस कदर में नशा करते हैं कि वे लोग नशा करने के लिए घर के बर्तन, लकड़ी तक बेच देते हैं। इतना ही नहीं, उन्हें कोई भी मजाक में भी किसी जगह पर पैसे होने की बात कह दे तो वे लोग पैसा खोजते वहां पहुंच जाते हैं। बताया जा रहा कि पूर्व में वे लोग ऐसी जगह मछली मारने भी पहुंच गए थे, जहां एक मछली भी नहीं रहती। ये नशेड़ी सिर्फ नशे के लिए यह सब काम करते हैं।
नशे के गिरफ्त में बड़ा समूह-
मिल रही जानकारी के मुताबिक, आरोपित और उसके साथी सूखा नशा करते हैं। वे लोग बुरी तरह से नशे के गिरफ्त में जकड़े हुए हैं। उन्हें देखकर अब दूसरे युवक भी नशे के गिरफ्त में फंसते जा रहे हैं। प्रशासन भी इसे गंभीरता से नहीं ले रहा है।